Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्रदेश से खत्म होगा कुपोषण, ढाई लाख कुपोषित बच्चों का उपचार जारी

Published

on

Loading

लखनऊ। प्रदेश सरकार कुपोषण को राज्य से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरे प्रदेश में जून में चले संभव अभियान में चिंहित किए गए ढाई लाख कुपोषित बच्चों का उपचार किया जा रहा है, जिससे इनकी भी कद काठी सामान्य बच्चों की तरह बढ़ सके। अगले माह इन सभी बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट आंकी जाएगी।

शासन की ओर से वर्ष 2021 से हर साल कुपोषित बच्चों को खोजने के लिए संभव अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दो वर्षों से आयोजित हो रहे संभव अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ई-कवच से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस साल शून्य से पांच साल के दो लाख 48 हजार 728 अति गंभीर कुपोषित (सैम) बच्चों को चिन्हित किया गया है। इन बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उनकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार टीकाकरण, आयरन, फालिक एसिड, मल्टी विटामिन, कैल्शियम दिया जा रहा है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हर 15 दिनों पर इन चिन्हित बच्चों के घर जाकर इनका स्वास्थ्य परीक्षण कर रही हैं कि इनका वजन बढ़ रहा है कि नहीं। जरूरत के अनुसार अभी तक 16645 बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन‌आरसी) रेफर किया गया है। 63148 और बच्चों को एनआरसी रेफर किया जाना है।

एक सितंबर से राष्ट्रीय पोषण माह शुरू हो चुका है। इस दौरान इन चिन्हित बच्चों की जांच की जाएगी कि इनमें कितने बच्चे स्वस्थ हुए। अक्टूबर में पूरे अभियान का मूल्यांकन किया जाएगा। दिसंबर में बच्चों का फिर से वजन लिया जाएगा और यह देखा जाएगा कि बच्चों के पोषण की स्थिति में कोई परिवर्तन हुआ है कि नहीं।

पोषण अभियान में बिजनौर अव्वल
संभव अभियान में मुरादाबाद मंडल की परफार्मेंस प्रदेश में बेस्ट रही है। बिजनौर प्रथम, उन्नाव दूसरे, मुरादाबाद तीसरे, वाराणसी चौथे और जौनपुर पांचवें बेहतरीन जनपद के रूप में उभरा है। गाजियाबाद छठे, श्रावस्ती सातवें, रामपुर आठवें, अमरोहा नवें और चंदौली 10वें स्थान पर रहा। जिलों की रैकिंग सात मानकों के आधार पर की गई है।

इस तरह से माने जाते हैं बच्चे कुपोषित
एसजीपीजीआई की डायटीशियन प्रीति यादव बताती हैं कि यदि बच्चे का वजन और उसकी लंबाई एक निश्चित अनुपात में नहीं है तो उस बच्चे को कुपोषित माना जाएगा। इसके साथ ही यदि छह माह तक के बच्चे के दोनों पैरों में सूजन है तो वह भी कुपोषित की श्रेणी में आएगा।

ऐसे बचाएं बच्चे को कुपोषित होने से
– गर्भावस्था के दौरान खानपान का रखें पूरा ख्याल
– जन्म के तुंरत बाद कराएं स्तनपान
– छह माह तक सिर्फ मां का दूध पिलाएं, बाहर का कुछ भी न दें
– छह माह बाद बच्चे को दें मां के दूध के साथ पौष्टिक आहार

Continue Reading

प्रादेशिक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता के संदेश को विश्वभर में पहुंचाया: नायब सिंह सैनी

Published

on

Loading

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि विश्वभर में गीता संदेश समस्या समाधान बन रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता के संदेश को विश्वभर में पहुंचाया है। अफ्रीका महाद्वीप से लेकर यूरोपीय और एशियाई देशों में गीता वाणी गूंज रही है। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अफ्रीकी महाद्वीप का तंजानिया कंट्री पार्टनर होगा और उड़ीसा स्टेट पार्टनर की भूमिका में रहेगा। 9वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत 28 नवंबर को सरस और शिल्प मेले के साथ होगी। 18 दिन चलने वाले गीता महोत्सव का समापन 15 दिसंबर को होगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी गीता महोत्सव के आयोजन को लेकर शुक्रवार को हरियाणा निवास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 8 वर्ष पहले 2016 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता महोत्सव को मनाने की शुरुआत की गई थी, कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर से पूरे विश्व में गीता वाणी का संदेश गूंज रहा है। अभी तक ऑस्ट्रेलिया, मारीशस, लंदन, श्रीलंका और कनाडा में गीता महोत्सव मनाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मसरोवर के तट पर लघु भारत की झलक दिखाई देगी। देशभर से शिल्पकार और कलाकार अपने हुनर और प्रतिभा को प्रदर्शित करेंगे।

गीता महोत्सव में इस बार तंजानिया देश की कंट्री पार्टनर के तौर पर सहभागिता रहेगी। तंजानिया पैवेलियन में संस्कृति, अध्यात्म और वहां के रहन-सहन से लोग रूबरू होंगे। तंजानिया और भारतीय संस्कृति का आपस में गहरा संबंध हैं, तंजानिया में भी प्रवासी भारतीय गीता और रामायण का पाठ करते हैं। इसके साथ ही ब्रह्मसरोवर के तट पर उड़ीसा की शिल्पकला के दर्शन भी होंगे। जगन्नाथ भगवान पुरी के गीता महोत्सव में साक्षात पर्यटक दर्शन कर सकेंगे।

Continue Reading

Trending