Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

26 मार्च को है मायावती के भतीजे आनंद की शादी, डॉक्टर है होने वाली पत्नी

Published

on

Mayawati nephew Anand wedding

Loading

लखनऊ। उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती के घर जल्द ही शुभ पाणिग्रहण संस्कार होने वाला है। दरअसल, मायावती के भतीजे आकाश आनंद की शादी होने वाली है। आकाश आनंद बसपा के राष्ट्रीय संजोयक हैं और आगामी 26 मार्च को उनकी शादी है।

मायावती ने अपने प्रिय भतीजे आकाश की शादी बसपा के दिग्गज नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा सिद्धार्थ से होने वाली है। डॉ. प्रज्ञा ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर ली है और अब वह एमडी कर रही हैं। वहीं आकाश ने आनंद लंदन से बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स किया है।

26 मार्च को एक-दूजे के हो जाएंगे आकाश और प्रज्ञा

आकाश आनंद और प्रज्ञा सिद्धार्थ की शादी 26 मार्च को नोएडा में होगी। बताया जा रहा है कि शादी में वर्तमान एवं पूर्व के सभी बसपा सांसद एवं विधायक, केंद्रीय कोआर्डिनेटर, प्रदेश कमेटी, जोन एवं मंडल कोआर्डिनेटर तथा जिलाध्यक्षों को बुलाने की तैयारी है। इसके अलावा जिलेवार कुछ अलग अलग लोगों को भी बुलाया जाएगा। शादी में अन्य दलों के नेताओं को न बुलाए जाने की भी खबर आ रही है।

मायावती के बेहद करीबी हैं अशोक सिद्धार्थ

डॉ. अशोक सिद्धार्थ पेशे से डॉक्टर हैं। अशोक मायावती के बेहद करीबी कहे जाते हैं। कायमगंज (फर्रुखाबाद) निवासी अशोक सिद्धार्थ ने मायावती के कहने पर ही सरकारी नौकरी छोड़ दी थी और बसपा में शामिल हो गए थे।

अशोक सिद्धार्थ ने झांसी मेडिकल कॉलेज से ऑर्थोमेट्री डिप्लोमा किया है। वह सरकारी सेवा के दौरान वामसेफ में विधानसभा, जिला व मंडल अध्यक्ष पदों पर रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में कन्नौज के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनाती के दौरान नौकरी से इस्तीफा दिया था। वर्ष 2009 में वह एमएलसी रहे। बसपा ने उन्हें 2016 में राज्यसभा भेजा था।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending