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उत्तर प्रदेश

मंत्री नन्दी ने की पिकप के कार्यों की गहन समीक्षा, कहा- निभा रहा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

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Minister Nandi did a thorough review of the pickup work

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने आज पिकप भवन सभागार लखनऊ में दि प्रदेशीय इण्डस्ट्रियल एण्ड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ उत्तर प्रदेश लिमिटेड (पिकप) के कार्यों की समीक्षा की। जिसमें अधिकारियों को विभागीय कार्य में तेजी लाने और उद्यमियों की सहूलियत के लिए लागू योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने के निर्देश दिए।

प्रबंधक निदेशक पिकअप पीयूष वर्मा ने पिकप की कार्ययोजनाओं, प्रगति, आर्थिक प्रबंधन, वित्तीय प्रोत्साहन, दिए गए ऋण एवं उसकी वसूली की स्थिति, धनराशि के निवेश के साथ ही परिसम्पत्तियों की प्रास्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पिकप द्वारा वित्त पोषित इकाईयों की अधिग्रहित चार इकाईयों की परिसम्पत्तियों के विक्रय की प्रक्रिया प्रक्रियाधीन है, जिनका मूल्यांकन लगभग 17.50 करोड़ है।

बताया गया कि औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना 2003 के अंतर्गत अब तक 16 इकाईयों को 597.36 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण वितरित तथा वितरित ऋण के सापेक्ष 236.63 करोड़ की वसूली प्राप्त है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतर्गत पांच पात्र प्रस्तावों को 7.23 करोड़ ब्याज मुक्त ऋण का वितरण किया गया है।

बैठक में मंत्री नन्दी को जानकारी देते हुए बताया गया कि औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना 2012 के अंतर्गत अब तक 25 इकाईयों को 753.46 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण वितरित है। जिसके सापेक्ष 106.18 करोड़ की वसूली प्राप्त हुई है। उत्तर प्रदेश अवस्थापना एवं औद्योगिक निवेश नीति 2012 के अंतर्गत मेगा परियोजना के अंतर्गत 16 परियोजनाओं को लेटर ऑफ कम्फर्ट जारी किए गए हैं।

जिसके अंतर्गत नौ परियोजनाएं क्रियान्वित हो चुकी है। जिनके द्वारा लगभग 6 हजार 121.71 करोड़ का पूंजी निवेश किया जा चुका है। छह पात्र इकाईयों को लगभग 1411.62 करोड़ वितरित किया चुका है।

अधिकारियों ने बताया कि औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017 के अंतर्गत अब तक मेगा-वृहद श्रेणी की 76 परियोजनाओं को एलओसी जारी किया जा चुका है। जिसमें निवेश लगभग 19,115 करोड़ है तथा 26,826 रोजगार का सृजन होगा। बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के अंतर्गत पात्र इकाई मे. जेके सीमेंट लिमिटेड अलीगढ़ को 34.39 करोड़ राशि का वितरण किया जा चुका है।

मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को पिकप के होल्ड किए हुए शेयरों के विनिवेश पर विचार विमर्श करने और विनिवेश द्वारा अर्जित धनराशि से पिकप के दायित्वों के निर्वहन की प्राथमिकता पर जोर दिया।

मंत्री नन्दी ने अधिकारियों को पिकप की अचल सम्पत्तियां जो अनुपयोगी हैं, उनका विक्रय कर समुचित उपयोग करने के निर्देश दिए। साथ ही पिकप की जनशक्ति बढ़ाए जाने पर सहमति प्रदान की। बैठक में राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी, आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल सागर, एमडी पिकअप पीयूष वर्मा एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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