Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मिशन चंद्रयान-3: अब रह सकेंगे ‘मामा’ के घर, NASA के पूर्व अधिकारी का दावा   

Published

on

former top NASA official mike gold said on Mission Chandrayaan-3

Loading

नई दिल्ली। अंतरिक्ष जगत में भारत आज इतिहास रचने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का मिशन चंद्रयान-3 आज शाम चंद्रमा की सतह पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ करेगा। पूरी दुनिया इस पल का इंतजार कर रही है।

इसी क्रम में, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी माइक गोल्ड ने कहा कि चंद्रयान-3 में महत्वपूर्ण आंकड़े एकत्र करने की अपार क्षमता है और यह चंद्रमा को समझने में अहम योगदान देगा। वह भारत और अमेरिका की अंतरिक्ष साझेदारी के चंद्रमा पर आगे बढ़ने पर बात कर रहे थे।

ऐसे बसेंगे घर

रेडवायर स्पेस के मुख्य विकास अधिकारी माइक गोल्ड ने कहा कि आंकड़े संसाधनों का उपयोग करने की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके परिणामस्वरूप चंद्रमा पर घर बसाए जाएंगे।

कौन हैं माइक गोल्ड

बता दें, माइक गोल्ड नासा में अंतरिक्ष नीति और साझेदारी के पूर्व सहयोगी प्रशासक थे। यह नाम अंतरिक्ष से जुड़े वैज्ञानिकों का एक जाना-माना नाम हैं। इतना ही नहीं, यह आर्टेमिस रिकॉर्ड के वास्तुकार भी माने जाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने चांद पर पहुंचने के लिए कई योजनाओं और रूपरेखा को तैयार किया है।

खुद में एक बड़ी सफलता

पूर्व अधिकारी ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन महत्वपूर्ण आंकड़े जुटाएगा, जिससे हम चांद को समझ सकेंगे। इसकी मदद से ही हम यह पता लगा सकेंगे कि चांद पर किस जगह लोगों को बसाया जा सकता है। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि मिशन सफल हो न हो, लेकिन यह अपने आपमें एक बड़ी सफलता है।

पृथ्वी पर भी दोनों एजेंसियों की निगाहें

माइक गोल्ड ने कहा कि हमारा सहयोग चांद तक ही सीमित नहीं है। फिलहाल, नासा और इसरो के साथ हमारा अधिकांश सहयोग पृथ्वी पर केंद्रित है, जैसे एनआईएसएआर जैसी परियोजनाएं, जहां भारत के साथ हम रडार सिस्टम बनाने जा रहे हैं जो पृथ्वी का अध्ययन करने में सक्षम होंगे।

अन्तर्राष्ट्रीय

नाइजीरिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में रविवार सुबह नाइजीरिया पहुंचे। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अबुजा हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। लोगों ने इस मौके पर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारा लगाए।

बता दें कि 17 सालों में इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। पीएम मोदी के अबुजा पहुंचने पर संघीय राजधानी क्षेत्र के मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही प्रतीकात्मक रूप से अबुजा के शहर की चाभी भेंट की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति टीनूबू के उस पोस्ट का जवाब दिया जिसमें लिखा था, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया की पहली यात्रा पर उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं, जो 2007 के बाद से किसी भारतीय प्रधान मंत्री की हमारे प्रिय देश की पहली यात्रा भी है। हमारी द्विपक्षीय चर्चाओं में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पीएम मोदी नाइजीरिया में आपका स्वागत है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट में लिखा, ‘धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। कुछ समय पहले नाइजीरिया में लैंड किया। गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और गहरा करेगी।’

रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ व्यापार करना चाहता है नाइजीरिया

पीएम मोदी के इस यात्रा के दौरान के भारत और नाइजीरिया के बीच स्थापित रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। रक्षा क्षेत्र को लेकर भी दोनों देशों के बीच विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। नाइजीरिया छोटे हथियारों, गोला-बारूद और बख्तरबंद वाहनों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के लिए भारत की तरफ काफी उत्सुक है।

आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे संपन्न अफ्रीकी देशों में से एक नाइजीरिया और भारत के मधुर रिश्तों में आने वाले दिनों में गर्माहट और तेज होने के आसार है। खासतौर पर दोनों देशों के बीच आर्थिक व सैन्य सहयोग के नए युग की शुरुआत होने के संकेत है।

इन देशों की यात्रा पर रहेंगे पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी की पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र की यह पहली यात्रा है। इसके अलावा वह ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर रहेंगे। नाइजीरिया के बाद प्रधानमंत्री ब्राजील के लिए रवाना होंगे। दरअसल, पीएम मोदी ब्राजील में ट्रोइका सदस्य के तौर पर 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। फिर पीएम मोदी 18 और 19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में होने वाले शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भाग लेंगे। बताते चलें कि ब्राजील और दक्षित अफ्रीका के साथ भारत भी जी20 ट्रोइका का हिस्सा है।

Continue Reading

Trending