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प्रादेशिक

मोनू मानेसर गुरुग्राम से गिरफ्तार, नासिर-जुनैद हत्याकांड में है वांछित

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Monu Manesar arrested from Gurugram

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गुरुग्राम। हरियाणा के भिवानी में जिंदा जलाए नासिर-जुनैद हत्याकांड में हरियाणा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। गौरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम से पुलिस ने हिरासत में लिया है। हरियाणा पुलिस अब उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर सकती है। मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है।

मोनू मानेसर को आज मंगलवार करीब 12 बजे आईएमटी मानेसर एक से हरियाणा पुलिस के सीआईए स्टाफ ने पकड़ा है। मोनू को उसके गांव की मार्केट से हिरासत में लिया गया है। गुरुग्राम के अधिकारियों का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस ने मोनू को नहीं उठाया है। बल्कि सीआईए स्टाफ ने हिरासत में लिया है।

बता दें कि गौरक्षक मोनू मानेसर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर और जुनैद हत्याकांड के बाद आठ महीने से फरार चल रहा था। 16 फरवरी, 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में जली हालत में दो शव मिले थे। जांच के बाद सामने आया था कि दोनों शव राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर के थे। हरियाणा के कई गो-रक्षकों पर नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप लगा था। मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव ही इनमें सबसे चर्चित नाम था।

गौरतलब है कि मोनू मानेसर बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक है। वह गुरुग्राम के मानेसर का निवासी है। बजरंग दल की गाय संरक्षण टास्क फोर्स इकाई और गोरक्षा दल के प्रमुख के रूप में भी मोनू मानेसर जाना जाता है। मोनू मानेसर का नाम 31 जुलाई 2023 को हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़काने के मामले में भी शामिल था। मोनू के साथ हिंसा के मुख्य आरोपी बिट्टू बजरंगी का एक भड़काऊ वीडियो सामने आया था।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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