प्रादेशिक
मप्र: डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस, दिग्विजय सिंह ने की अखिलेश की तारीफ; कमलनाथ को दी नसीहत
भोपाल (मप्र)। मप्र में इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष (भाजपा) और विपक्ष दोनों ने ही एक दूसरे पर राजनीतिक हमला शुरू कर दिया है। इस बीच सपा और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी विवाद छिड़ गया है।
किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए- दिग्विजय सिंह
शुरुआत से ही दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाती हुई दिखाई दे रही हैं। वहीं, अब मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने क्या कहा, मुझे नहीं पता कि उन्होंने कैसे कहा, लेकिन किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए।
कमलनाथ ने मेरे पास एक टीम भेजी। बैठक में चर्चा हुई कि सपा 6 सीटें मांग रही है। मैंने कमलनाथ को रिपोर्ट भेजी कि हम उनके (सपा) के लिए 4 सीटें छोड़ सकते हैं। मैंने भी पूछा कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय नेतृत्व ने कहा कि इंडिया एलायंस से हमारा क्या संबंध होना चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने की अखिलेश यादव की तारीफ
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि उन्होंने (कमलनाथ) इसे प्रदेश नेतृत्व पर छोड़ दिया। I.N.D.I.A. एलायंस लोकसभा चुनाव तो साथ मिलकर लड़ेगा लेकिन राज्य चुनाव में हमारे मुद्दे अलग हैं। अखिलेश बहुत ईमानदार व्यक्ति हैं।
वे पढ़े-लिखे हैं और पार्टी और परिवार को संभाल रहे हैं। मुझे नहीं पता कि चर्चा कहां गलत हो गई लेकिन कमलनाथ पूरी ईमानदारी के साथ किसी समझौते पर पहुंचना चाहते थे। अलायंस में दोस्ताना झगड़े हो जाते हैं।
मुलायम सिंह जी की मुझ पर बड़ी कृपा था- दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह जी की मुझ पर बड़ी कृपा थी जब वो मुख्यमंत्री थे और मैं भी मुख्यमंत्री था। उन जैसे राजनेता हमने कभी नहीं देखा था। जब भी मैं टाइम मांगता था मुझसे मिलते थे।
I.N.D.I.A. गठबंधन के टूटने की अटकलों पर लगाम
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मप्र चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप का जवाब देते हुए कांग्रेस पर हमला तो बोला, लेकिन उन्होंने I.N.D.I.A. गठबंधन के टूटने की अटकलों पर विराम भी लगा दिया है।
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई का, 72 साल की उम्र में निधन
आंध्र प्रदेश। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के पूर्व विधायक एन. राममूर्ति नायडू (72) का शनिवार को यहां एक निजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में निधन हो गया. अस्पताल ने यह जानकारी दी जहां वह इलाज करा रहे थे.
अस्पताल ने एक बुलेटिन में बताया कि राममूर्ति नायडू को हृदयाघात के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्होंने दोपहर 12:45 बजे अंतिम सांस ली. अस्पताल ने कहा कि वह श्वसन संबंधी समस्या के बाद वेंटिलेटर पर थे.
हार्ट अटैक से हुई मौत
जानकारी के अनुसार, एक्टर नारा रोहित के पिता और सीएम चंद्रबाबू नायडू के छोटे भाई नारा राममूर्ति नायडू का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। परिवार के सदस्य उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक, राममूर्ति नायडू को कार्डियक अरेस्ट के बाद 14 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हृदय और फेफड़े के प्रत्यारोपण के बावजूद, उच्च रक्तचाप जैसी जटिलताओं के कारण वह बेहद परेशान थे। अस्पताल ने कहा कि सांस लेने में तकलीफ के कारण उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था। उनके सर्वोत्तम चिकित्सा प्रयासों के बावजूद, उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
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