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उत्तर प्रदेश

ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे को रोकने की मांग लेकर फिर कोर्ट पहुंचा मुस्लिम पक्ष

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Gyanvapi Case

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वाराणसी। वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एएसआई (ASI) के सर्वे को रोकने की मांग एक बार फिर से मुस्लिम पक्ष ने की है। इस संबंध में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने जिला न्यायालय में याचिका दाखिल कर सर्वे रोकने की मांग की गई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, दोपहर लंच के बाद मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई होगी।

इससे पहले ASI सर्वे के आज छठवें दिन IIT कानपुर से एक्सपर्ट की टीम भी ज्ञानवापी पहुंची है। मंगलवार को ही ASI के मेंबर्स ने ऊपर चढ़कर गुंबद की पैमाइश की थी। ASI टीम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर ज्ञानवापी के सर्वे को अंजाम दे रही है। टीम इसके लिए 3डी मैपिंग, स्कैनिंग, हाईटेक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर सबूत जुटा रही है। IIT कानपुर से एक्सपर्ट की टीम को GPR (ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार) मशीन से सर्वे के लिए बुलाया गया है। इस तकनीक से खुदाई किए बिना जमीन के नीचे जांच की जाएगी।

ज्ञानवापी की दीवारों पर उकरे निशान और कलाकृतियां, उसकी प्राचीनता, मिट्टी के सैंपल, पत्थर के टुकड़े, कथित तौर पर मिली टूटी प्रतिमा जैसे अवषेश को ASI ने बतौर सैंपल जमा कर रही है। इसके अलावा सर्वे टीम डिजिटल नक्शे के जरिए ज्ञानवापी के स्ट्रक्चर को समझने की कोशिश कर रही है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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