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प्रादेशिक

दिल्ली में अमित शाह से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ, शुक्रवार को पीएम मोदी संग बैठक

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अचानक दिल्ली पहुंचे। सीएम योगी ने आज शाम चार बजे गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। अमित शाह से मिलने के बाद शुक्रवार को उनका सुबह 11 पीएम मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। सीएम योगी दिन में 2:30 बजे लखनऊ से रवाना होकर 3:30 बजे स्टेट प्लेन से नई दिल्ली पहुंचे।

बता दें कि यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी आलाकमान ने यूपी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ने का फैसला लिया गया है। सीएम योगी की छवि बीजेपी में हिंदुत्व के प्रतीक नेता के तौर पर है। सीएम रहते उन्होंने लव जिहाद और गोहत्या विरोधी समेत तमाम ऐसे कानून बनवाए जिससे उनकी हिंदूवादी छवि को बढ़ावा मिला। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं पर कठोर कार्रवाई की। मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद का उदाहरण सबके सामने है।

पिछले चार साल में योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री के रूप में लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। उनके सामने चार साल में दूसरे तमाम नेता पिछड़ चुके हैं। कोरोनाकाल में भी सीएम योगी का काम काबिलेतारीफ रहा। वो खुद भी कोरोना ग्रसित हो गए लेकिन इसके बावजूद वो लगातार वर्चुअल माध्यम से बैठकें करते रहे और अधिकारियों को अहम दिशा निर्देश भी दिए।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना से निपटने की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए अब तक प्रदेश के 40 से अधिक जिलों का स्थलीय निरीक्षण कर चुके हैं। इसके अलावा वह अधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश दे रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में कोरोना के खात्मे के लिए थ्री टी के फ़ार्मूले पर काम कर रही है। थ्री टी यानी टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट। ये सीएम योगी की थ्री टी नीति का ही असर है कि प्रदेश में कोरोना अब खत्म होने की कगार पर है।

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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