मुख्य समाचार
सभी विभाग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंः नवनीत सहगल
लखनऊ। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का निर्देश है कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्वीटर, यू-टयूब, इंस्टाग्राम, व्हाट्स ऐप के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर कराया जाये तथा सरकार की मंशानुरूप लोगों की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कार्य करें।
उन्होंने कहा कि सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं के कार्यकलापों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता दे रही है। साथ ही प्रदेश के जनमानस को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया का अधिकतम प्रयोग किये जाने पर बल दे रही है।
अपर मुख्य सचिव, सूचना श्री सहगल आज लोक भवन स्थित मीडिया सेन्टर में सभी विभागों के सोशल मीडिया के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने निर्देशित किया कि योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए प्रत्येक विभाग का अपना सोशल मीडिया हैण्डल होना आवश्यक है, जिसके माध्यम से योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा सके। उन्होंने विभाग की लोक कल्याणकारी योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने तथा इससे उन्हें लाभान्वित करने के लिए सोशल मीडिया का अधिक से अधिक प्रयोग करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं की अद्यतन प्रगति तथा जनता के लिए किये जाने वाले उल्लेखनीय कार्यों को सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। उन्हांेने कहा कि सभी विभाग सोशल मीडिया के माध्यम से लोंगो से सूचनाआंे का आदान-प्रदान करें। उन्होंने निर्देशित किया कि लोंगो की समस्याओं समस्याओं का निराकरण कराते हुए शीघ्र लाभान्वित कराने का भी पूरा प्रयास किया जाये। उन्हांेने निर्देशित किया कि सरकार के कार्यक्रमों एवं नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाये।
सहगल ने कहा कि सरकार और जनता केे बीच संवाद बनाने के लिए सोशल मीडिया एक बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि आम जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग किया जाना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में त्वरित न्याय पाने के लिए लोंगो का सोशल मीडिया पर विश्वास बढ़ा है।
उन्होंने सोशल मीडिया के सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी विभागीय योजनाओं को जनता तक पहंुचायंे, जिससे कि आम जनमानस सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन तथा जन प्रतिक्रिया को व्यक्त करने का सशक्त साधन भी है, इसलिए सभी सरकारी विभागों को सोशल मीडिया से जुडा होना जरूरी है।
इस अवसर पर निदेशक सूचना, श्री शिशिर ने बताया कि सभी विभागों से समन्वय स्थापित करने के लिए एक व्हाट्स ऐप ग्रुप बना दिया गया है, जिससे की सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सके और सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों का प्रचार-प्रसार बेहतर ढंग से किया जा सके।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक श्री विनोद कुमार पाण्डेय, उप निदेशक श्री दिनेश कुमार सहगल के साथ अन्य विभागों के सोशल मीडिया के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश
दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।
ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।
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