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मुख्य समाचार

उत्तर भारत को मिलने वाली है भीषण गर्मी से निजात, जल्द ही झमाझम बारिश का अनुमान

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नई दिल्ली। देश का उत्तरी भाग इस समय बारिश की कमी से जूझ रहा है लेकिन जल्द ही इस क्षेत्र को राहत मिलने वाली है। खबर है कि दक्षिण और मध्य भारत के बाद अब मानसूनी गतिविधियां उत्तर समेत कुछ राज्यों में भी बढ़ सकती हैं।

आधिकारियों ने संभावनाएं जताई हैं कि बारिश का आगामी दौर तीन दिनों तक जारी रह सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि मानसून उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अगले तीन-चार दिनों में पूरे दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उप्र समेत उत्तर पश्चिम भारत में अच्छी बारिश हो सकती है।

IMD प्रमुख मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, ‘आगामी दौर कम से कम 23 जुलाई तक रह सकता है। उप्र, बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में बारिश खासतौर से जरूरी है, क्योंकि यहां अब तक इसकी कमी रही है।’ खास बात है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय मॉडल्स यह दिखाते हैं कि इस क्षेत्र में बारिश का दौर 23 जुलाई के बाद भी जारी रह सकता है।

आंकड़ों में समझें मानसून
देश में सामान्य से मानसून 12 प्रतिशत ज्यादा रहा है। जबकि, उत्तर पश्चिम को 9 फीसदी की कमी का सामना करना पड़ा है। खास बात है कि इस क्षेत्र में भी हालात अलग-अलग हैं। एक ओर जहां राजस्थान में 80 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई। वहीं, पूर्वी यूपी में सामान्य से 72 फीसदी कम वर्षा हुई है।

अब दक्षिण में 37 प्रतिशत और मध्य भारत में 33 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई, लेकिन यूपी, बिहार, झारखंड और
बंगाल में कमी रह गई। इसका सबूत खरीफ की बुवाई से जुड़े आंकड़ों में नजर आता है। बारिश की कमी का खास असर धान की फसल पर पड़ा है। उम्मीद जताई जा रही है कि बारिश की ताजा गतिविधियां इन राज्यों के लिए बेहतर परिणाम ला सकती हैं।

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उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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