अन्तर्राष्ट्रीय
परमाणु शक्ति संपन्न देश बढ़ाने में लगे हैं अपनी न्यूक्लियर पॉवर: Sipri Report
स्टाकहोम। रूस और यूक्रेन युद्ध को देखते हुए यह बात साफ़ हो गई कि सैन्य स्तर पर मजबूती किसी भी राष्ट्र के लिए बेहद आवश्यक है। देखा जाय तो वर्तमान समय में परमाणु हथियार किसी राष्ट्र की शक्ति का बड़ा आधार हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान जिस तरह से परमाणु हमले के नाम पर रूस ने दबाव बनाया है, उसने भी इस ओर ध्यान आकर्षित किया।
अब स्टाकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपरी) की रिपोर्ट ने मामले में वैश्विक स्तर पर बदलते ट्रेंड की झलक दिखाई है। इसमें यह भी सामने आया है कि भारत भी अपने परमाणु हथियारों के जखीरे में वृद्धि कर रहा है।
खुद को मजबूत कर रहे हैं देश
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, पाकिस्तान और चीन परमाणु हथियारों के मामले में खुद को मजबूत करने में जुटे हैं। भले ही संख्या के मामले में चीन में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है, लेकिन सालभर में तैयार हुए नए लांचर्स के दम पर उसकी ताकत बढ़ी है।
पाकिस्तान भी नए तरह के लांचर पर काम कर रहा है। भारत और पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं करते हैं।
कुछ कम हुई है अमेरिका और रूस के हथियारों की संख्या
दुनियाभर में परमाणु हथियारों का 90 प्रतिशत अमेरिका और रूस के पास है। पुराने हथियारों को नष्ट करने के कारण 2021 में इन दोनों के न्यूक्लियर वारहेड की संख्या कुछ कम हुई है। हालांकि प्रयोग के योग्य हथियारों की संख्या स्थिर बनी हुई है।
दूसरी ओर, इजरायल कभी सार्वजनिक रूप से परमाणु शक्ति संपन्न होने का दावा नहीं करता है, लेकिन माना जा रहा है कि ब्रिटेन और इजरायल समेत अन्य परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र भी अपनी शक्ति बढ़ाने में लगे हैं।
इन 9 देशों के पास हैं सबसे ज्यादा परमाणु हथियार
जिन नौ देशों के पास परमाणु हथियार हैं- वो हैं अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया।
रूस के पास सर्वाधिक 5977, अमेरिका के पास 5428, चीन के पास 350, फ्रांस के पास 290, यूके के पास 225, पाकिस्तान के पास 165, भारत के पास 160, इजरायल के पास 90 और उत्तरी कोरिया के पास 20 परमाणु हथियार हैं।
क्या है भारत की परमाणु नीति
भारत ने 1999 में ‘नो फर्स्ट यूज’ की परमाणु नीति घोषित की थी, यानी भारत कभी भी एटॉमिक हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा। भारत केवल परमाणु हमला होने की स्थिति में अपने परमाणु बमों का सहारा लेगा।
वहीं, पाकिस्तान में ऐसा कोई नियम या कायदा नहीं है। यह पाकिस्तान के नेताओं और उच्च सैन्य अधिकारियों पर निर्भर करता है कि उन्हें कब और किस स्थिति में परमाणु हमला करना है।
अन्तर्राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात
ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।
Glad to have met Prime Minister Giorgia Meloni on the sidelines of the Rio de Janeiro G20 Summit. Our talks centred around deepening ties in defence, security, trade and technology. We also talked about how to boost cooperation in culture, education and other such areas.… pic.twitter.com/BOUbBMeEov
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2024
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