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प्रादेशिक

पूर्वनियोजित थी नूंह हिंसा, छत पर जमा पत्थर इस बात का सबूत: गृहमंत्री अनिल विज

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Home Minister Anil Vij

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गुरुग्राम। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह हिंसा के संबंध में अब तक 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें आधी से ज्यादा अकेले नूंह में ही हैं। अब तक 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है व 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से ऊंचाई से गोलियां चलाई गईं और इमारतों की छतों पर पत्थर जमा किए गए, उससे पता चलता है कि नूंह हिंसा प्री-प्लान थी। शनिवार को सात एफआईआर दर्ज की गई हैं। भड़काऊ पोस्ट के 2300 वीडियो की जांच चल रही है।

नूंह में साइबर थाने पर हमले के बारे में उन्होंने कहा कि हमने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। इस बात की जांच चल रही है कि किन लोगों ने थाने पर हमला किया और वे क्या दस्तावेज नष्ट करना चाहते थे।

250 बस्तियां ध्वस्त, हिंसा में रोहिंग्या भी शामिल

नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद रोहिंग्याओं की अवैध बस्तियों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है और 250 से ज्यादा झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया है। इन रोहिंग्याओं के हिंसा में शामिल होने की जानकारी सामने आई हैं।

कई अवैध निर्माणों पर चला बुलडोजर

नल्हड मंदिर की तरफ जाने वाले रोड पर शुक्रवार की शाम करीब 25 अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चला। नल्हड शिव मंदिर के पीछे वन विभाग की लगभग पांच एकड़ भूमि पर अतिक्रमण किया गया था।

इससे पहले, गुरुवार को तावडू नगर की मोहम्मदपुर रोड पर पुन्हाना में वन विभाग की छह एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बनी झुग्गियों और मकान को गिरा दिया गया था। ये बस्ती बांग्लादेश से आए रोहिंग्याओं की थी।

नगीना के धोबी घाट क्षेत्र में भी तोड़फोड़ दस्ते ने लगभग एक एकड़ भूमि को खाली कराया। इसी प्रकार गांव नांगल मुबारिकपुर में दो एकड़ भूमि पर बने शेड तोड़ा गया है। जिले भर में की गई इस कार्रवाई में 250 से ज्यादा झुग्गियां और अन्य निर्माणों को ढहाया गया है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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