Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

नालायक औलादों के लिए नजीर- कहकर करोड़ों की जमीन कर दी राज्यपाल के नाम

Published

on

old man natthu singh of muzaffarnagar

Loading

मुजफ्फरनगर। उप्र के मुजफ्फरनगर में नालायक बेटे के व्यवहार से आहत 80 साल के एक बुजुर्ग ने अपनी सारी संपत्ति की वसीयत राज्यपाल के नाम कर दी। बुजुर्गवार ने वसीयत में यह भी घोषणा की कि उसकी मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार में भी उसकी नालायक औलाद शामिल न हो।

मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना तहसील के गांव बिराल निवासी 80 वर्षीय नत्थू सिंह का भरा पूरा परिवार है। पत्नी की 20 साल पहले बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। नत्थू सिंह अपने दो बेटों और चार बेटियों का विवाह कर चुके हैं। एक बेटे की मृत्यु हो चुकी है, जबकि दूसरा बेटा सहारनपुर में सरकारी शिक्षक है।

पिछले 5 माह से नत्थू सिंह वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर हैं। बताया कि यह हालात तब बने, जब उन्हें रोटी भी नसीब होना मुश्किल हो गई। बेटे और पुत्रवधू के व्यवहार से आहत नत्थू सिंह ने बताया कि वह अपने हाथों से रोटी बनाते हैं और खाते हैं।

उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी करोड़ों रुपये की लगभग 18 बीघा जमीन की वसीयत प्रदेश के राज्यपाल के नाम कर दी है। वह अपने बेटे को अपनी संपत्ति से बेदखल कर चुके हैं।

‘चाहे गोली मार दो एक बिस्सा ज़मीन नहीं दूंगा’

बेटे की नालायकी से आहत बुजुर्ग नत्थू सिंह ने कहा कि वह अदालत में भी जज के सामने कह चुके हैं कि चाहे उसे गोली मार दी जाए, एक बिस्सा जमीन किसी को नहीं देंगे।

समाज के सामने पेश की है नजीर

नत्थू सिंह ने बताया कि नालायक औलाद को संपत्ति से बेदखल कर सारी जमीन की वसीयत राज्यपाल के नाम कर दी है। नत्थू सिंह कहते हैं कि उन्होंने समाज के सामने यह एक नजीर पेश की है। पूरी चौबीसी में देख लिया जाए, क्या किसी की औलाद इतनी नालायक है?

उन्होंने संपत्ति से बेटे को बेदखल कर आदर्श प्रस्तुत किया है, ताकि दूसरों की नालायक औलाद इस बात को समझ ले और प्रेरणा ले कि उनके साथ भी ऐसा हो सकता है।

बेटे बहू पर लगाए गंभीर आरोप

नत्थू सिंह ने कहा कि कई बार उनकी हत्या का प्रयास किया गया। आरोप लगाया कि उन्हें कमरे में बंद कर गला दबाने की कोशिश की गई। किसी तरह बच गए। बताया कि वह अपनी पुत्रवधू को बेटी की तरह मानते थे। हमेशा उसे बेटी कहकर पुकारते थे। आरोप लगाया कि उसने भी उनके साथ गलत व्यवहार किया।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending