Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

भाजपा से गठबंधन के बाद बोले ओम प्रकाश राजभर- यूपी में अब विपक्ष खत्म

Published

on

Sbsp joins NDA again

Loading

लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) लोकसभा चुनाव 2024 यूपी में भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगी। इसका एलान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली मे मुलाकात की थी और आज गठबंधन का एलान कर दिया है। इस निर्णय से यूपी में भाजपा के ‘मिशन 80’ की संभावना मजबूत होगी।

गठबंधन के एलान के बाद राजभर ने कहा कि सामाजिक न्याय देश की रक्षा- सुरक्षा, सुशासन वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग को  सशक्त बनाने के लिए भाजपा और सुभासपा मिलकर लड़ेगी। सुभासपा और भाजपा का गठबंधन होने से एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा।

उन्होंने कहा कि फिलहाल भाजपा से सुभासपा के गठबंधन का एलान हो चुका है। जो कुछ मुद्दे जो रह गए है उस पर 18 जुलाई की बैठक में बात होगी। उन्होंने कहा कि धर्म सिंह सैनी बहुत जल्द हमारे साथ दिखेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में अब विपक्ष नहीं रह गया है। लोकसभा चुनाव में एनडीए की लड़ाई अब किसी से नहीं है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश पिछड़े नेताओ को लोडर बनाकर रखना चाहते हैं और भाजपा लीडर बनाकर रखती है इसलिए हमने दोबारा भाजपा को चुना है। सपा ने लंबे समय तक किसी पिछड़े को नेता नहीं बनने दिया।

उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में भेंट हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया। ओम प्रकाश राजभर 2022 में सपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़े थे। हालांकि, चुनाव पक्ष में न होने पर वह सपा से अलग हो गए थे। इसके बाद से ही उनके भाजपा से हाथ मिलाने के कयास लगाए जा रहे थे।

राजभर के भाजपा में शामिल होने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने खुशी जताई है और ट्वीट कर कहा कि एनडीए में भाजपा के पुराने साथी राजभर का स्वागत है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending