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मुख्य समाचार

ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर स्वर्ण मंदिर में जमकर हंगामा, लगे खालिस्तान समर्थक नारे

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चंडीगढ़। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में जमकर हंगामा हुआ। खबर है कि मंदिर में भीड़ ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए। खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीरें लेकर भी नजर आए।

बता दें कि 38 साल पहले भारतीय सेना ने हरमंदिर साहिब में प्रवेश कर भिंडरावाले को ढेर कर दिया था। जानकारी के अनुसार, लोगों का एक समूह अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर जुटा। इस दौरान खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए और भिंडरावाले के पोस्टर दिखाए गए। घटना का वीडियो भी जारी हुआ है।

क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार

आज ही के दिन साल 1984 में भारतीय सेना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत स्वर्ण मंदिर में प्रवेश किया था। यह ऑपरेशन भिंडरावाले और अन्य हथियारबंद आतंकियों को ढेर करने के लिए शुरू किया गया था, जो मंदिर परिसर में छिपे हुए थे। इस ऑपरेशन में सेना को सफलता तो मिली, लेकिन कई आम नागरिकों की भी मौत हो गई थी।

सुरक्षा को लेकर मुस्तैद थी सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की थी और कहा कि शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य भर में छह जून से पहले व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को भी किसी भी कीमत पर राज्य में मुश्किल से अर्जित शांति को भंग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

पंजाब को देश में एक शांतिपूर्ण और अग्रणी राज्य बनाने को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि शांति भंग करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा।

मान ने कहा कि राज्य की प्रगति और समृद्धि में बाधा डालने वाली कुछ ताकतें शांति को पटरी से उतारने की लगातार कोशिश कर रही हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) सरकार इस तरह के किसी भी नापाक कदम को सफल नहीं होने देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और राज्य में शांति बनाए रखने में उसकी सहायता के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

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उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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