Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

पैरोल खत्म, परिवार से मिलकर कासगंज जेल के लिए रवाना हुआ अब्बास अंसारी

Published

on

Loading

गाजीपुर। अब्बास अंसारी को आज खास सुरक्षा इंतजाम के बीच गाजीपुर जेल से कासगंज जेल के लिये रवाना कर दिया गया है। अब्बास अंसारी को कस्टडी पैरोल आज खत्म हो गई है। अब्बास अंसारी को अपने पिता मुख्‍तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था।

उसको 10 अप्रैल को गाजीपुर जेल लाया गया था। इस दौरान वह मुख्तार अंसारी के फातिहा कार्यक्रम मे शरीक हुआ। वह तीन दिनों से गाजीपुर जेल में था। शुक्रवार को उसकी पत्नी निकहत अंसारी और भाई उमर अंसारी ने उससे जेल में मुलाकात की थी। तीन दिनों की पैरोल खत्म होने के बाद अब्बास शनिवार को कासगंज जेल पहुंचेगा।

जेल के अधिकारियों ने बताया कि अब्बास तीन दिनों के दौरान दिन पूरी तरह से जेल में ही रहा। सिर्फ 10 अप्रैल को वह परिवार के साथ रहा और पिता मुख्तार अंसारी की मौत के बाद हुए धार्मिक रीति-रिवाजों में शामिल हुआ। बेटे से प्यार-दुलार किया और परिवार, रिश्तेदार व जान-पहचान के लोगों से मिला।

सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक उसने मीडिया से दूरी बनाकर रखी और कोई बयान नहीं दिया। परिजनों से भी आवश्यक दूरी बनाकर रखी। 10 अप्रैल की रात करीब 8 बजे अब्बास को फिर गाजीपुर जिला जेल में दाखिल कराया गया था। 11 और 12 अप्रैल को अब्बास को गाजीपुर जिला जेल में रखा गया। 12 अप्रैल को अब्बास की पत्नी निकहत अंसारी और उसके छोटे भाई उमर अंसारी जेल में उससे मिलने पहुंचे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

Published

on

Loading

कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

Continue Reading

Trending