Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

करियर

पीएम मोदी ने 51 हजार युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र, कहा- कमाल कर रहा है नया भारत

Published

on

PM Modi distributes appointment letters to 51 thousand youth

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे। इस दौरान उन्होंने कहा कि नया भारत कमाल कर रहा है। देश की बेटियां हर तरफ अपना परचम लहरा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज के इस रोजगार मेले में जिन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिले हैं, उन सभी को बहुत बहुत बधाई। आप सभी ने कड़े परिश्रम से ये सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि इस सफलता का आपके जीवन में बहुत बड़ा महत्व है।

आप सभी के जीवन का श्रीगणेश हो रहा है

प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा कि देश भर में आज गणेश उत्सव की धूम चल रही है। इस पावन काल में आप सभी के नए जीवन का श्रीगणेश हो रहा है। बता दें, रोजगार मेला देशभर के 46 स्थानों पर आयोजित किया गया था।

पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

आज हमारा देश ऐतिहासिक उपलब्धियों और फैसलों का साक्षी बन रहा है। कुछ दिन पहले ही नारी शक्ति वंदन अधिनियम के रूप में देश की आधी आबादी को बहुत बड़ी ताकत मिली है। 30 वर्षों से महिला आरक्षण का जो विषय लंबित था, वो अब रिकॉर्ड मतों के साथ दोनों सदनों से पास हुआ है।

ये निर्णय देश की नई संसद के पहले सत्र में हुआ है। एक तरह से नई संसद में देश के नए भविष्य की शुरुआत हुई है। आज के इस रोजगार मेले में भी हमारी बेटियों को बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र मिले हैं। आज भारत की बेटियां Space से Sports तक अनेक नए कीर्तिमान बना रही है। मुझे नारी शक्ति की इस सफलता पर बहुत गर्व होता है।

आप खुद देख रहे हैं कि नया भारत आज क्या कमाल कर रहा है। ये वो भारत है, जिसने कुछ दिन पहले चंद्रमा पर अपना तिरंगा लहराया है। इस नए भारत के सपने बहुत ऊंचे हैं। देश ने 2047 तक विकसित भारत बनने का संकल्प लिया है। अगले कुछ वर्षों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं।

पिछले 9 वर्षों में हमारी योजनाओं ने बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रास्ता तैयार किया है। हमारी नीतियां नए Mindset, Content Monitoring, Mission Mode Implementation और Mass Participation पर आधारित हैं। नौ वर्षों में सरकार ने मिशन मोड़ पर नीतियों को लागू किया है। इन प्रयासों के बीच सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी आप सभी नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों पर है। जब आप जैसे लाखों युवा सरकारी सेवाओं से जुड़ते हैं, तो नीतियों को लागू करने की स्पीड और स्केल भी बढ़ जाता है।

टेक्नोलॉजी ने समस्या पर पाया काबू

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले लोग रेलवे स्टेशनों के बुकिंग काउंटरों पर कतारों में खड़े रहते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी ने इस समस्या पर काबू पा लिया है। आधार कार्ड, डिजिटल लॉकर और ईकेवाईसी ने दस्तावेजीकरण की जटिलता को समाप्त कर दिया है।

उत्तर प्रदेश

अखिलेश यादव का योगी सरकार पर निशाना, कहा- नौकरी भाजपा के एजेंडे का हिस्सा नहीं

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ परीक्षा को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने सोमवार को प्रयागराज में जमकर प्रदर्शन किया। लोकसेवा आयोग के दफ्तर के सामने हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया था। इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में का हिस्सा नहीं है।

उन्होंने कहा कि माहौल ‘योगी बनाम प्रतियोगी’ छात्र हो चुका है। आज उप्र के प्रतियोगी परीक्षाओं के हर अभ्यर्थी, हर छात्र, हर युवक-युवती की ज़ुबान पर यही है कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने चलवाया लाठी-डंडा, नौकरी नहीं जिनका एजेंडा। नहीं चाहिए अनुपयोगी सरकार। भाजपा सरकार नहीं धिक्कार है। अयोग्य लोगों का अयोग्य आयोग’ नहीं चाहिए।

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा के लोग, जनता को रोज़ी-रोटी के संघर्ष में उलझाए रखने की राजनीति करते हैं, जिससे भाजपाई साम्प्रदायिक राजनीति की आड़ में भ्रष्टाचार करते रहें। सालों-साल वैकेंसी या तो निकलती नहीं है या फिर परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं होती है। भाजपा ने छात्रों को पढ़ाई की मेज से उठाकर सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।

उन्होंने कहा कि यही आक्रोशित अभ्यर्थी और उनके हताश-निराश परिवार वाले अब भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन रहे हैं। नौकरीपेशा, पढ़ा-लिखा मध्यवर्ग अब भावना में बहकर भाजपा के बहलावे-फुसलावे में आनेवाला नहीं। अब तो व्हाट्सएप ग्रुप के झूठे भाजपाई प्रचार के शिकार अभिभावकों को भी समझ आ गया है कि अपनी सत्ता पाने और बचाने के लिए भाजपा ने कैसे उनका भावनात्मक शोषण किया है। अब ये लोग भी भाजपा की नकारात्मक राजनीति के झांसे में आने वाले नहीं और बांटने वाली साम्प्रदायिक राजनीति को नकारकर ‘जोड़नेवाली सकारात्मक राजनीति’ को गले लगा रहे हैं। अब कोई भाजपाइयों का मानसिक गुलाम बनने को तैयार नहीं हैं।

अखिलेश ने कहा कि अब सब समझ गये हैं, भाजपा सरकार के रहते कुछ भी नहीं होनेवाला। भाजपा के पतन में ही छात्रों का उत्थान है। भाजपा और नौकरी में विरोधाभासी संबंध है। जब भाजपा जाएगी, तभी नौकरी आएगी।

उन्होंने कहा कि अब क्या भाजपा सरकार छात्रों के हॉस्टल या लॉज पर बुलडोज़र चलाएगी। भाजपाई जिस शिद्दत से नाइंसाफ़ी का बुलडोजर चला रहे हैं, अगर उसी शिद्दत से सरकार चलाई होती तो आज भाजपाइयों को छात्र आक्रोश से डरकर, अपने घरों में छुपकर नहीं बैठना पड़ता। आंदोलनकारियों के ग़ुस्से से घबराकर भाजपाइयों के घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और गाड़ियों से भाजपा के झंडे उतर गये हैं। आंदोलनकारी युवा ऊँची आवाज़ में पूछ रहे हैं ‘अब कहाँ गायब हैं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली भाजपा के नेता और कार्यकर्ता?’ क्या ये सिर्फ़ समाज को बाँटने के लिए बाहर निकलते हैं। जिस समय छात्रों की आवाज में आवाज मिलाने का समय है, उस समय ये भाजपाई, कहीं दबे-छिपे काट रहे हैं सत्ता की मलाई। सपा प्रमुख ने कहा कि नकारात्मक भाजपा और उसकी नकारात्मक झूठी राजनीति का समय पूरा हो गया है। जन-जन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।

 

Continue Reading

Trending