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नेशनल

हिमाचल की आपदा पर पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग, शाह भी रहे मौजूद

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PM Modi meeting on Himachal Pradesh disaster

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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के चलते हाहाकार मचा है। लोगों के घर तबाह हो गए हैं और सरकारी संपत्ति को भी खासा नुकसान हुआ है। इस बीच राज्य की आपदा व बचाव कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की।

बचाव अभियान की समीक्षा की

पीएम ने बैठक में ताज़ा हालात और राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा की। पीएम मोदी के आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।

हिमाचल का दौरा करेंगे नड्डा

उधर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण हुए भारी नुकसान का जायजा लेने कल अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश जा रहे हैं।

नड्डा इस यात्रा के दौरान प्राकृतिक त्रासदी में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात भी करेंगे। वे समरहिल, शिमला में भारी बारिश के कारण हुए ध्वस्त प्राचीन शिव मंदिर स्थल का मुयायना करेंगे। शिमला एवं बिलासपुर में स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर राहत, बचाव एवं पुनर्वास कार्यों पर चर्चा भी करेंगे।

नड्डा रविवार को सुबह 9 बजे पांवटा साहिब (सिरमौर) पहुंचेंगे। इसके पश्चात वे सड़क मार्ग द्वारा 9:35 बजे गांव सिरमौरी ताल एवं कच्ची ढांग पहुंचेंगे, जहां वे सिरमौरी ताल क्षेत्र में बादल फटने से उत्पन्न हुई स्थिति का जायजा लेंगे तथा इस हादसे में दिवंगत 5 सदस्यों के परिवारजनों से मुलाकात भी करेंगे।

इसके बाद भाजपा अध्यक्ष 11:20 बजे शिमला के शिवबावडी, समरहिल पहुंचेंगे, जहां वे भारी बारिश से तबाह हुए प्राचीन शिव मंदिर स्थल का जायजा लेंगे। इस हादसे में अब तक 16 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और यहां पर राहत और बचाव कार्य अब तक चल रहा है।

नेशनल

शराब घोटाला: केजरीवाल के खिलाफ चलेगा केस, एलजी ने ईडी को दी मंजूरी

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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने ईडी को आबकारी नीति मामले में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। 5 दिसंबर को ईडी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी।

ईडी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और कस्टमाइज शराब नीति बनाकर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी का यह भी कहना है कि केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इस रकम को छुपाने की कोशिश भी की। बता दें यह मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में पहले से दर्ज है।

ईडी ने जो शिकायत दायर कि है उसमें आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने ‘साउथ ग्रुप’ के सदस्यों के साथ मिलकर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली और एक विशेष शराब नीति तैयार करके उसे लागू करके निजी संस्थाओं को अनुचित लाभ पहुंचाया। ईडी ने अभियोजन शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अपराध की आय से लगभग 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनावों में केजरीवाल की मिलीभगत और सहमति से आप के प्रचार के लिए किया गया।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि आप अपराध की आय का ‘मुख्य लाभार्थी’ थी और केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक और राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य होने के नाते गोवा चुनावों के दौरान धन के उपयोग के लिए जिम्मेदार थे। ED ने रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अरविंद केजरीवाल ने इस पीओसी (अपराध की आय) को नकद हस्तांतरण/हवाला हस्तांतरण के माध्यम से पीढ़ी से लेकर उपयोग तक छुपाया है। इसलिए, आरोपी अरविंद केजरीवाल वास्तव में और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध से जुड़ी अलग अलग प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल हैं, यानी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम), 2002 की धारा 3 के तहत परिभाषित उत्पादन, अधिग्रहण, कब्जा, छिपाना, हस्तांतरण, उपयोग और इसे बेदाग होने का दावा करना है।

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