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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी करेंगे जी20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता, नौ देश और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठन भी लेंगे हिस्सा

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PM Modi said in P20 summit - Terrorism is a challenge for the world, it is against humanity.

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 22 नवंबर को जी20 नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस मीटिंग में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है। साल 2024 में ब्राजीलियाई जी20 प्रेसीडेंसी के दौरान जी20 ट्रोइका में भारत, ब्राजील एवं दक्षिण अफ्रीका शामिल होंगे।

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

विदेश मंत्रालय ने एक स्टेटमेंट जारी कर बताया कि कि 10 सितंबर को नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आभासी शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के अनुक्रम में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक वर्चुअल जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 22 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।

नौ अतिथि देश रहेंगे शामिल

बयान के अनुसार अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी-20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन में जी-20 नई दिल्ली नेताओं की घोषणा को सर्वसम्मति से अपनाया गया था।

वर्चुअल शिखर सम्मेलन नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के प्रमुख, चयनित परिणामों व कार्य बिंदुओं को आगे बढ़ाएगा और साथ ही तब से हुए विकास की समीक्षा भी करेगा। 17 नवंबर को आयोजित दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के विचार-विमर्श भी चर्चा में शामिल होंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार वर्चुअल जी-20 शिखर सम्मेलन से प्रासंगिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्मों सहित विभिन्न जी-20 निर्णयों के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर देने की भी उम्मीद है। भारत के पास 30 नवंबर, 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता है। 2024 में ब्राजीलियाई जी-20 प्रेसीडेंसी के दौरान जी-20 ट्रोइका में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका शामिल होंगे।

अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

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सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

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