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उत्तर प्रदेश

एल्विश यादव मामला: पुलिस जांच हुई धीमी, अब तक नहीं जुट पाया सबूत; अब विष रिपोर्ट का इंतजार

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Elvish Yadav problems may increase

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नोएडा। रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने के आरोप में घिरे बिग बॉस विजेता एल्विश यादव पर पुलिस अभी तक शिकंजा नहीं कस पाई है। कोतवाली सेक्टर-49 में मुकदमा दर्ज करते वक्त पुलिस ने एल्विश की गिरफ्तारी का दावा किया था लेकिन अब धीरे-धीरे पुलिस की जांच धीमी हो रही है।

अब तक न तो दोबारा एल्विश यादव पुलिस पूछताछ के लिए नोएडा आया और ना ही हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया को पुलिस ने अब तक बुलाया। हालांकि, पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं।

शुरुआत में पुलिस सबूत जुटाने की बात कहकर मामले को टालती रही लेकिन अब तक सबूत नहीं जुटा पाने के बाद पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में एल्विश से एकबार पूछताछ हुई है। इसके बाद नोएडा पुलिस ने नोटिस भेजकर एल्विश को बुलाया लेकिन वह नहीं आया।

इसी तरह हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया का भी सांपों का जहर सप्लाई में नाम आया और पुलिस ने फरीदाबाद जाकर दबिश भी दी। हालांकि अब तक फाजिलपुरिया से पुलिस ने पूछताछ नहीं की। उसे बुलाया भी नहीं गया।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में पुलिस की टीमें काम कर रही हैं और हर तरह के साक्ष्यों को एकत्र किया जा रहा है। वहीं पुलिस इसमें सबसे अहम मामले में तब फेल हुई जब एल्विश यादव व गिरफ्तार राहुल का अब तक आमना-सामना नहीं करा पाई। जबकि पुलिस को राहुल की दो बार पुलिस कस्टडी रिमांड मिली थी।

विष की जांच रिपोर्ट के बाद जांच में आएगी तेजी

इस पूरे प्रकरण में बरामद 20 एमएल विष की अहम भूमिका होने होने वाली है। पुलिस ने सबसे पहले इस मामले में पांच संपेरों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 20 एमएल सांपों का विष भी मिला था। इस विष को पुलिस ने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद जांच में तेजी आएगी।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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