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उत्तर प्रदेश

आज किया जाएगा माफिया ब्रदर्स के शव का पोस्टमार्टम, आज ही होंगे सुपुर्दे ख़ाक  

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SC ready for hearing on Atiq-Ashraf murder case, given date of April 28

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लखनऊ। माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात को प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को तीन हमलावरों ने अंजाम दिया है। तीनों को पुलिस ने पकड़ लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

अतीक अहमद और अशरफ अहमद का आज दोपहर में पोस्टमार्टम किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार अतीक और अशरफ के शव का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।

मीडियाकर्मी बनकर आये थे हमलावर

तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे।पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है। वारदात रात के करीब 10 बजे की है जब पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ से लंबी पूछताछ की थी और इसके बाद दोनों को मेडिकल जांच के लिए लाया गया था।

ये घटना प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के पास हुई है। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और आसपास के इलाकों से भी पुलिस बुलाई गई है। घटना के बाद उत्तर प्रदेश में सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। साथ ही थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाने का आदेश दिया गया है।

लखनऊ में कई जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और संवेदनशील जिलों में ADG और IG कैंप करने वाले हैं। इस दौरान पूरा इलाका छावनी में तब्दील है। एटीएस की 15 सदस्य टीम मौके पर पहुंच गई है। प्रयागराज में संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त कर रही है। लखनऊ के हुसैनाबाद में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला है।

यूपी में धारा 144 लागू

पूरे यूपी में धारा 144 लागू कर दी गई है और घटना के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।सभी शहरों में पुलिस के फ्लैग मार्च का आदेश दिया गया है। इसके अलावा उमेश पाल के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। गौरतलब है कि उमेश पाल मर्डर केस में ही अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था।

सीएम आवास पर हुई बैठक

अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक हुई थी।यूपी के गृह सचिव संजय प्रसाद, यूपी के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरके विश्वकर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के भी निर्देश दिए।

 

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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