Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

पंजाब

पंजाब: सरकार ने की योजना बोर्ड चेयरमैन की नियुक्ति, CM ने शेयर की सूची

Published

on

Punjab Government

Loading

चंडीगढ़। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने 15 जिलों के योजना बोर्ड के चेयरमैन की नियुक्ति कर दी है। इनकी सूची CM भगवंत मान ने ट्वीट कर सांझा की है। जिन जिलों में चेयरमैन नियुक्त किए गए, उनमें पठानकोट, गुरदासपुर, कपूरथला, होशियारपुर, रूपनगर, SAS नगर, संगरूर, मलेरकोटला, फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, बरनाला, मोगा, फरीदकोट, तरन तारन और फिरोजपुर शामिल है।

IAS की मीटिंग के बाद जारी की लिस्ट

CM भगवंत मान ने यह सूची आज उनसे मिलने पहुंचे पंजाब के कई IAS से मीटिंग के बाद जारी की। गौरतलब है कि करीब 50 से अधिक IAS के एक प्रतिनिधिमंडल ने CM से पंजाब विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई पर आपत्ति जताई है। दरअसल, बीते दिनों पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने कई IAS और PCS को इंडस्ट्रियल प्लॉट आवंटन घोटाले में नामजद किया।

फिर करीब 7 IAS और PCS अफसरों को गिरफ्तार भी किया। सूत्रों के अनुसार आज मीटिंग में IAS ने CM मान से विजिलेंस कार्रवाई के दौरान उचित विधि की पालना नहीं किए जाने की बात रखी है। CM ने उन्हें उचित और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया है।

Punjab Government, Punjab Government latest news, Punjab Government news,

पंजाब

किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, 30 दिसंबर तक पंजाब बंद का आह्वान

Published

on

Loading

चंडीगढ़। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बुधवार को कहा कि किसानों ने 30 दिसंबर को ‘पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। इसके साथ ही पंधेर ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें नहीं मानने के लिए केंद्र की आलोचना की। पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ का आह्वान करने का फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने किया है। किसान नेता ने कहा, ‘‘इस महीने की 30 तारीख को पूर्ण ‘बंद’ रहेगा।’’

अमृतसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने व्यापारियों, कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों समेत अन्य लोगों से ‘बंद’ को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, जिस तरह रेल रोको विरोध सफल रहा। उसी तरह पंजाब बंद को भी सफल बनाया जाना चाहिए।

अपनी मांगों पर अड़े किसान

पजाब में बुधवार को रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि किसानों ने फसलों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए तीन घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन के तहत 50 से अधिक स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया। फिरोजपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों के अनुसार, 52 स्थानों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण 12 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं। उन्होंने बताया कि 34 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं।

किसानों की क्या हैं मांगें?

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, फसलों का मूल्य तय करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, कृषि को विश्व व्यापार संगठन से बाहर करने और कुछ अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए पेंशन की भी मांग है। साथ ही बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की भी मांग की जा रही है।

Continue Reading

Trending