Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

लखीमपुर खीरी में मारे गए पत्र रमन कश्यप के भाई कांग्रेस में शामिल, लड़ सकते हैं चुनाव

Published

on

Loading

नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के भाई पवन कश्यप कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और उनके चुनाव लड़ने की संभावना है। पवन पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों नसीमुद्दीन सिद्दीकी और सतीश अजमानी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। रमन को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के काफिले ने कथित तौर पर कुचल दिया था, जब वह पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में किसान आंदोलन को कवर कर रहे थे।

पवन के निघासन निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। पवन ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि किसान और अन्य लोग उनके मृत भाई की याद में उन्हें वोट देंगे।

उन्होंने आगे कहा, हम हिंसा और उत्पीड़न के शिकार हैं और हमारे जैसे कई लोग हैं जिन्होंने इसी तरह अपने प्रियजनों को खोया है। मैं उनका दर्द महसूस कर सकता हूं। अगर मैं जीत जाता हूं तो मैं कानून और व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करूंगा और राज्य में हिंसा को नियंत्रित करने के तरीके ढूंढूंगा। मैं भी एक किसान हूं इसलिए मैं उनके साथ सहानुभूति रखता हूं। मैं उनकी हालत सुधारने की दिशा में काम करूंगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने उनसे पूछा कि क्या वह निघासन सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्होंने अपनी सहमति दे दी है। दरअसल, लखीमपुर खीरी हिंसा के कुछ दिनों बाद, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें रमन को एक पत्रकार के रूप में अपना काम करते हुए देखा जा सकता है, जब अचानक एक तेज रफ्तार वाहन कई किसानों के साथ उनके ऊपर चढ़ जाता है। उस दिन रमन के साथ चार किसान मारे गए थे।

इस मामले की जांच कर रहे एक विशेष जांच दल ने इसे पूर्व नियोजित साजिश बताया था। इस मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और 12 अन्य अब जेल में हैं। निघासन एक ओबीसी बहुल निर्वाचन क्षेत्र है जहां भाजपा के शशांक वर्मा मौजूदा विधायक हैं।

अजय मिश्रा टेनी, आशीष को पार्टी का टिकट दिलाने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहे थे और निघासन में हर जगह उनके पोस्टर और बैनर लगे थे। लखीमपुर खीरी हिंसा होने तक आशीष को इस सीट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाल ही में उन उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का वादा किया था जो भाजपा शासन में हिंसा का शिकार हुए हैं और न्याय के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।

कांग्रेस ने उन्नाव में रेप पीड़िता की मां आशा सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। सीएए विरोधी प्रदर्शनों में भाग लेने के आरोप में जेल गए सदफ जफर लखनऊ से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending