Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

आध्यात्म

ब्रज प्रांत के भक्तों को मिलेगा पहले दर्शन का सौभाग्य, दो करोड़ घरों तक पहुंचेगा पूजित अक्षत

Published

on

Ramlala Prasad will reach two crore houses of Braj prant in UP

Loading

बरेली। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के देशभर के 45 सांगठनिक प्रांतों के रामभक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्था की गई है। इसमें पहले दर्शन का सौभाग्य ब्रज प्रांत के रामभक्तों को दिया गया है। इससे पहले एक जनवरी से 15 जनवरी तक विहिप के कार्यकर्ता ब्रज प्रांत के 23 जिलों के दो करोड़ घरों तक रामलला के प्रसाद के रूप में पूजित अक्षत (पीले चावल) पहुंचाएंगे।

भगवान राम के 35 लाख चित्र भी घर-घर पहुंचाए जाएंगे। 15 जनवरी तक 23 जिलों (आगरा, मथुरा, हाथरस, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर आदि) में विहिप कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेंगे। अयोध्या में इसकी तैयारियां चल रही हैं। बरेली के विहिप जिलाध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भगवान राम के समक्ष अक्षत (पीले चावल) का पूजन होगा। उन्हें प्रसाद के रूप में घर-घर पहुंचाएंगे। साथ ही एक पत्रक भी दिया जाएगा।

इसमें राम मंदिर के इतिहास और इसके निर्माण के लिए प्राणों की आहुति देने वाले रामभक्तों के बारे में जानकारी होगी। 22 जनवरी को भव्य दीपोत्सव होगा। सभी मंदिरों को सजाया जाएगा और भजन-कीर्तन होगा। इसके माध्यम से लोगों को उद्घाटन कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा।

बांटे जाएंगे निमंत्रण पत्र

विहिप जिलाध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होने के लिए विहिप कार्यकर्ताओं की ओर से लोगों निमंत्रण पत्र भी भेजे जाएंगे। वह उद्घाटन कार्यक्रम में क्षेत्र के गण्यमान्य लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। राम मंदिर के निर्माण के लिए लोगों से अंशदान लेने के लिए भी विहिप ने अभियान चलाया था।

इसके अलावा अलग-अलग समय में राम मंदिर आंदोलन से लेकर इसके निर्माण तक ब्रज क्षेत्र के कई लोगों की सक्रिय भूमिका रही है। ऐसे में विहिप का प्रयास है कि ऐसे सभी लोग इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें।

Continue Reading

आध्यात्म

मौनी अमावस्या स्नान के पहले नव्य प्रकाश व्यवस्था से जगमग हुई कुम्भ नगरी प्रयागराज

Published

on

Loading

महाकुम्भ नगर। त्रिवेणी के तट पर आस्था का जन समागम है। महाकुम्भ के इस आयोजन को दिव्य ,भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए इससे जुड़े शहर के उन मार्गों और चौराहों को भी आकर्षक स्वरूप दिया गया है जहां से होकर पर्यटक और श्रद्धालु महा कुम्भ पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में अब सड़क किनारे के वृक्षों को रोशनी के माध्यम से नया स्वरूप दिया गया है।

मौनी से पहले शहर की प्रकाश व्यवस्था को दिया गया नया लुक

प्रयागराज महा कुम्भ आ रहे आगंतुकों के स्वागत के लिए की कुम्भ नगरी की सड़कों को सजाया गया, शहर के चौराहे सुसज्जित किए गए और बारी है सड़क के दोनों तरह मौजूद हरे भरे वृक्षों को नया लुक देने की । नगर निगम प्रयागराज ने इस संकल्प को धरती पर उतारा है। नगर निगम के मुख्य अभियंता ( विद्युत ) संजय कटियार बताते हैं कि शहर में सड़क किनारे लगे वृक्षों का नया लुक देने के यूपी में पहली बार नियॉन और थीमेटिक लाइट के संयोजित वाली प्रकाश व्यवस्था लागू की गई है। इस नई व्यवस्था में शहर के महत्वपूर्ण मार्गों के 260 वृक्षों के तनों, शाखाओं और पत्तियों में अलग अलग थीम की रोशनी लगाई गई है। इनमें नियॉन और स्पाइरल लाइट्स को इस तरह संयोजित किया गया है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कैसे रात के अंधेरे में पूरा वृक्ष आलोकित हो गया है। शहर से गुजरकर महा कुम्भ जाने वक्ष पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन कर सकेंगे।

शहर के 8 पार्कों में भी लगाए म्यूरल्स

सड़कों और चौराहों के अलावा शहर के अंदर के छोटे बड़े पार्कों में भी पहली बार उन्हें सजाने के लिए नए ढंग से संवारा गया है। नगर निगम के चीफ इंजीनियर ( विद्युत) संजय कटियार का कहना है कि शहर के चयनित आठ पार्कों में पहली बार कांच और रोशनी के संयोजन से म्यूरल्स बनाए गए हैं जो वहां से गुजरने वालों का ध्यान खींच रहे हैं। 12 तरह के म्यूरल्स इन पार्कों में लगाए गए हैं जो बच्चों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं। इसके पूर्व शहर शहर की 23 प्रमुख सड़कों , आरओबी , और फ्लाईओवर्स पर स्ट्रीट लाइट और पोल पर अलग-अलग थीम पर आधारित रंग-बिरंगे डिजाइन वाले मोटिव्स लगाए गए थे ।

Continue Reading

Trending