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प्रादेशिक

पॉजिटिव रिपोर्ट को देर से अपलोड करने की शिकायत पर रोशन जैकब ने निजी कोविड टेस्टिंग लैबों का किया निरीक्षण

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लखनऊ। निजी कोविड टेस्टिंग लैबो द्वारा पॉजिटिव रिपोर्ट को डी0एस0ओ0 पोर्टल पर देर से अपलोड करने से सम्बंधित प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रभारी अधिकारी लखनऊ डॉ रोशन जैकब द्वारा आज चैक स्थित चरक कोविड लैब व कुर्सी रोड स्थित चन्दन कोविड लैब का निरीक्षण किया गया।

प्रभारी अधिकारी सबसे पहले चैक स्थित चरक कोविड लैब पहुची और लैब सेक्शन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में टेस्ट रिजल्ट समय से अपलोड होता है या नही उसका निरीक्षण किया गया। प्रभारी अधिकारी द्वारा पुरानी टेस्ट रिपोर्ट्स को देखा गया कि कब सैम्पल कब लिया गया कब रिजल्ट आया और कब उस रिजल्ट को डी0एस0ओ0 पोर्टल पर अपलोड किया गया।

प्रभारी अधिकारी द्वारा लैब से रैंडमली 15 अप्रैल के सैम्पल उसका रिजल्ट कब पोर्टल पर अपलोड किया गया उसका परीक्षण किया गया। निरीक्षण में संज्ञान में आया कि 15, 16, 17 अप्रैल के सैम्पल की रिपोर्ट तो जल्दी आ गई थी परन्तु डी0एस0ओ0 पोर्टल पर उसको लगभग 6 दिन बाद अपलोड किया गया। उसके बाद प्रभारी अधिकारी द्वारा वर्तमान के सैम्पलों की अपलोडिंग डेट का परीक्षण किया।

जिसमें संज्ञान में आया कि वर्तमान की पॉजिटिव रिपोर्ट्स के रिजल्ट 48 घंटे में अपलोड किया जा रहा है और निगेटिव रिजल्ट 4-5 दिन में अपलोड होते पाए गए। जिसके लिए प्रभारी अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया की पॉजिटिव रिपोर्ट के रिजल्ट्स डी0एस0ओ0 पोर्टल पर 24 घण्टे के भीतर अपलोड किया जाना सुनिश्चित किया जाए और निगेटिव रिजल्ट्स भी जल्दी अपलोड करना सुनिश्चित कराया जाए।

उक्त के पश्चात प्रभारी अधिकारी कुर्सी रोड स्थित चन्दन कोविड लैब पहुँची। लैब पहुँच कर प्रभारी अधिकारी द्वारा पुराने और वर्तमान के सैम्पल के रिजल्ट्स को डी0एस0ओ0 पोर्टल पर अपलोड की स्थिति का निरीक्षण किया गया। संज्ञान में आया कि वर्तमान में लैब द्वारा पॉजिटिव रिजल्ट्स को 3 दिन में और पुराने पॉजिटिव रिजल्ट्स को ससमय अपलोड हुआ पाया गया।

जिसके सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि लैब पॉजिटिव रिजल्ट्स 24 घण्टे में डी0एस0ओ0 पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित कराए। ताकि समय से आरआरटी टीम रोगियों के घर पहुंँच कर दवाए उपलब्ध करा सके। साथ ही निर्देश दिया कि सभी लैब सही कोविड रिपोर्ट जारी करना सुनिश्चित करे, रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नही की जाएगी।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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