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ऑफ़बीट

सब्यसांची ने वापस लिया ‘मंगलसूत्र’ का विज्ञापन, नरोत्तम मिश्रा ने दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटम

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डिज़ाइनर सब्यसांची मुखर्जी पर अब मुश्किलों के बदल मंडरा रहे हैं। उनके मंगलसूत्र के विज्ञापन को ले कर चारों और विवाद फ़ैल रहे हैं। दरअसल सब्यसांची ने अपने मंगलसूत्र के ऐड में मॉडल्स को ब्रा के साथ मंगलसूत्र पहने दर्शाया था। जिसको ले कर लोगों का गुस्सा भड़क रहा है। लोगों का कहना है की ये ऐड अश्लीलता दर्शाते हैं और धर्म को ठेस पंहुचा रहे हैं।

सब्यसांची ने हटाया विज्ञापन 

बता दें कि डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने विवाद के बाद मंगलसूत्र का विज्ञापन वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि ‘विज्ञापन पर उपजे विवाद और समाज के एक वर्ग के अपमानित महसूस करने पर बेहद दुखी महसूस कर रहा हूं।’ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस विज्ञापन पर अपना गुस्सा जताते हुए डिज़ाइनर को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने सब्यसांची को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने 24 घंटे में विज्ञापन को नहीं हटाया तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कर के क़ानूनी कार्यवाई की जाएगी।

नरोत्तम मिश्रा ने दिया था 24 घंटे का अल्टीमेटन

मंत्री ने कहा कि ‘मैंने डिजाइनर सब्यसाची का मंगलसूत्र वाला विज्ञापन देखा जोकि बेहद आपत्तिजनक है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो आभूषणों में मंगलसूत्र का सबसे ज्यादा महत्व है और जिस तरीके से हिंदू धर्म व उसके प्रतीकों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है, उसको देखते हुए मैं सब्यसाची को अल्टीमेटम दे रहा हूं कि 24 घंटे के अंदर विज्ञापन हटाएं वरना केस दर्ज होगा साथ ही वैधनिक कार्रवाई के लिए अगल से फोर्स भेजी जाएगी।’

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उन्होंने आगे कहा कि ‘हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि मंगलसूत्र का पीला हिस्सा मां पार्वती का प्रतीक और काला हिस्सा भगवान शिव का स्वरुप, शिव की कृपा से जहां महिला और उसके पति की रक्षा होती है तो मां पार्वती के आशीर्वाद से वैवाहिक जीवन में सुख और शांति रहती हैं।आज की तारीख में इन बातों को नजरअंदाज करते हुए इसको आपत्तिजनक तरीके से परोसा जा रहा है जोकि बिल्कुल स्वीकार नहीं होगा।’

उत्तर प्रदेश

संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर के कुएं से निकली माता पार्वती की खंडित मूर्ति

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे प्रशासन को बीते दिनों करीब 46 साल से बंद पड़ा मंदिर मिला था। यह मंदिर उसी इलाके में है, जहां हिंसा हुई थी और लंबे समय से बंद था। इस हिंदू मंदिर में पहले महादेव की मूर्ति निकली।

उसके बाद मंदिर के प्रांगण में स्थित कुएं की खुदाई की गई। इसके बाद इस मंदिर से मां पार्वती की खंडित प्रतिमा बरामद की गई है। फिलहाल पुलिस ने इस प्रतिमा को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालातों को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

बता दें कि संभल के नखासा थाना इलाके के मोहल्ला ख़ग्गू सराय में स्थित शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद खुद पुलिसकर्मियों ने मूर्तियों की सफाई की थी। इस दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा आसमान गूंज उठा था। 46 साल बाद खुले मंदिर में पूजा शुरू कर दी गई है। आज भी बड़ी संख्या में भक्त जलाभिषेक करने पहुंचे थे।

ये शिव मंदिर सपा सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। इस शिव मंदिर पर प्राचीन महादेव मंदिर लिख दिया गया है और मंदिर परिसर में मिले कुएं की खुदाई भी की जा रही है।

बताया जा रहा है कि प्रशासन अब इस मंदिर की कार्बन डेटिंग कराएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने भस्म शंकर मंदिर, शिवलिंग और वहां मिले कुएं की कार्बन डेटिंग कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को एक पत्र लिखा है. इस जांच के जरिए प्रशासन इस बात की जानकारी प्राप्त करेगा कि ये मंदिर और इसकी मूर्ति कितनी पुरानी हैं.

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