Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, शाइस्ता परवीन की करीबी मुंडी पासी की मिली तस्वीर

Published

on

Shaista Parveen close Mundi Pasi picture found

Loading

प्रयागराज। 24 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में लगातार फरार चल रही माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश पुलिस कर रही है। साथ ही शाइस्ता के करीबियों पर भी पुलिस और एसटीएफ की नजर है।

अब पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस को महिला डॉन मुंडी पासी की तस्वीर मिल गई है। अब तक पुलिस के पास मुंडी पासी की कोई तस्वीर उपलब्ध नहीं थी। उमेश पाल हत्याकांड में मुंडी पासी का नाम भी सामने आ रहा है। यह महिला शाइस्ता के साथ लगातार देखी जा रही थी। यह धूमनगंज थाने की महिला हिस्ट्रीशीटर है। इस पर कई मुकदमे भी दर्ज हैं।

15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या

अतीक-अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड मामले में पुलिस ने रिमांड पर लिया था। हत्या वाले दिन दोनों पुलिस के साथ निशानदेही के लिए गए थे। वापसी में उनका मेडिकल काल्विन अस्पताल में हुआ था। वहां से निकलने के बाद मीडिया कर्मियों के वेश में आए अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी ने मौका पाते ही अतीक-अशरफ को गोलियों से भून दिया था।

24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या

24 फरवरी को प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से इस हत्याकांड की जांच शुरू की, तो उसमें माफिया अतीक अमहद का बेटा उमेश पाल पर गोलियां बरसाते हुए नजर आया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल असद समेत 4 आरोपितों को मुठभेड़ में मार गिराया, बाकी अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending