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उत्तर प्रदेश

शाइस्ता परवीन ने लिखी थी सीएम योगी को चिट्ठी, अतीक-अशरफ की हत्या की जताई थी आशंका

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Shaista Parveen declared mafia

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लखनऊ। अतीक और अशरफ के हत्याकांड के बाद शाइस्ता की एक चिट्ठी वायरल हुई है जो उसने सीएम योगी को लिखी थी। इस चिट्टी में शाइस्ता ने अपने पति अतीक और देवर अशरफ की हत्या की साज़िश की बात लिखी थी और कहा था कि पुलिस रिमांड में हत्या की साज़िश रची गई है। शाइस्ता ने लिखा था कि पुलिस के बड़े-बड़े अफसर इस साज़िश में शामिल हैं। वो रिमांड के बहाने जेल से अतीक और असरफ को बहार निकलवाएंगे और फिर उनका मर्डर करा देंगे।

उमेश पाल के मर्डर के तीन दिन बाद 27 फरवरी को लिखी इस चिट्ठी में शाइस्ता ने कहा था कि हत्या की साज़िश एक मंत्री ने रची है और पुलिस अफसरों ने मर्डर की सुपारी ली है। अतीक की पत्नी शाइस्ता की सीएम योगी को लिखी इस चिट्ठी से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। शाइस्ता ने जेल से लाने के दौरान अतीक और अशरफ की हत्या की आशंका जताई थी और साथ ही चिट्ठी में दो पुलिस अधिकारियों का जिक्र भी किया था। हालांकि अतीक की पत्नी ने चिट्ठी में बिना नाम लिए एक मंत्री पर हत्या की साजिश को लेकर शक जताया था।

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक की पत्नी शाइस्ता फरार है। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही है। CM योगी को लिखा शाइस्ता के इस लेटर में अतीक-अशरफ की हत्या की आशंका जताते हुए अतीक और अशरफ को जेल से नहीं निकालने की गुहार लगई थी। शाइस्ता ने सीएम योगी को 27 फरवरी को ये लेटर लिखा गया था। उसने सीएम योगी से दोनों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई की मांग थी। इसके अलावा शाइस्ता ने मुख्यमंत्री योगी से अहज़म, आबान, जो बाल सुधार गृह में हैं, को रिहा करने की भी मांग की है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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