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बिजनेस

इस सरकारी कंपनी के शेयरों में तेज बढ़ोतरी, एक साथ मिले कई डील

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Sharp rise in the shares of HAL

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नई दिल्ली। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के शेयरों की कीमत में अचानक बढ़ोतरी हुई है। आज शुक्रवार को HAL के शेयर 2,839.9 रुपये पर खुले, जो कि गुरुवार को 2,723.9 पर बंद हुए थे। इस तरह शेयरों की कीमत में लगभग 4% का उछाल देखा गया है। इसके पीछे सरकार द्वारा सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के लिए लाए गए प्रस्ताव को कारण बताया जा रहा है।

दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के लिए 70,584 करोड़ रुपये के प्रस्तावों के लिए सरकार की मंजूरी मिल गई है। एक मेगा खरीद योजना के हिस्से के रूप में इन पैसों से सैन्य हार्डवेयर के पूंजीगत अधिग्रहण को मंजूरी दी गई है। ये हार्डवेयर स्वदेशी रूप से विकसित किए जा रहे हैं, जिससे घरेलू रक्षा विनिर्माण को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

HAL के खाते में 32,000 करोड़

सरकार द्वारा किए जाने वाले सौदे में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 32,000 करोड़ रुपये के 60 यूएच समुद्री हेलिकॉप्टरों की खरीद शामिल है। इसके आलवा, भारतीय नौसेना के प्रस्तावों में 56,000 करोड़ रुपये से अधिक का प्रस्ताव है, जिसमें बड़े पैमाने पर स्वदेशी ब्रह्मोस मिसाइल, शक्ति इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सिस्टम, यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-समुद्री आदि शामिल हैं।

भारतीय नौसेना के लिए भी बहुत कुछ

भारतीय नौसेना के लिए 60 ‘मेड इन इंडिया’ यूटिलिटी हेलीकॉप्टर समुद्री और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल खरीदने की बात चल रही है। साथ ही 307 ATAGS हॉवित्जर और भारतीय तटरक्षक बल के लिए 9 ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर खरीदे जाएंगे।

एक साथ मिले कई डील

HAL को एक साथ कई डील मिली है। इस महीने की शुरुआत में कैबिनेट ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स से 6,828.36 करोड़ रुपये में 70 HTT-40 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। वहीं, भारतीय तट रक्षक के लिए HAL से एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) MK-III की खरीद की बात की गई है।

डिसक्लेमर: उपरोक्त सूचना एक सामान्य जानकारी आधारित है, न कि निवेश की सलाह. निवेश से पूर्व एक्सपर्ट की राय अवश्य लें।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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