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प्रादेशिक

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: अजरबैजान से भारत लाया गया घटना का मास्टरमांइड सचिन थापन

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पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड सचिन थापन उर्फ सचिन बिश्नोई को अजरबैजान में गिरफ्तार करके एजेंसियों की मदद से भारत वापस लाया जा रहा है। पुलिस की जांच में सचिन बिश्नोई का नाम मुख्य आरोपित के तौर पर सामने आया था जिसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में थी। अब सचिन को स्पेशल सेल भारत ला रही है।

रविवार को स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट के एक एसीपी, दो इंस्पेक्टर समेत करीब चार अधिकारियों की टीम अजरबैजान गई थी। लारेंस बिश्नोई के भांजे गैंगस्टर सचिन बिश्नोई को हाल ही में अजरबैजान में वहां की एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था।

पंजाब पुलिस के मुताबिक सचिन ही वह शख्स है, जिसने मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग की थी। उसने ही शूटर्स को हथियार मुहैया कराए थे, पूरा लाॅजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराया था। सचिन बश्नोई थापन कई मामलों में वांटेड क्रिमिनल है। उस पर हत्या, फिरौती जैसे अपराधों में कई मुकदमे पहले से दर्ज हैं। मानसा पुलिस ने भी सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी उसे नामजद आरोपी बनाया है।

सचिन बिश्नोई ने एक वीडियो संदेश जारी करके सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस ने वीडियो संदेश में जो आवाज थी, उसकी तस्दीक भी की थी कि वह सचिन बिश्नोई ही है। बाद में दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस करके बताया था कि कैसे संगम विहार के एड्रेस पर सचिन ने एक फर्जी पासपोर्ट बनवाया और अजरबैजान भागने में कामयाब रहा।

दिल्ली और पंजाब पुलिस ने सचिन बिश्नोई को लेकर अजरबैजान के अधिकारियों को इनपुट मुहैया कराए थे। पंजाब पुलिस और विदेश मंत्रालय ने सचिन के अजरबैजान से भारत प्रत्यर्पण के लिए कार्रवाई तेज कर दी थी।

विदेश मंत्रालय ने पंजाब पुलिस को भेजे गए पत्र में आरोपी के आपराधिक इतिहास, गिरफ्तारी वारंट और प्रत्यर्पण में तेजी लाने के लिए मूसेवाला हत्याकांड में उसकी भूमिका के बारे में सभी विवरण मांगे गए थे। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम 3 दिन पहले अजरबैजान के। लिए रवाना हुई और बीती रात अनमोल को लेकर दिल्ली पहुंच गयी।

 

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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