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उत्तर प्रदेश

वाराणसी: सपा कार्यकर्ता ने टमाटर की सुरक्षा के लिए रखे बाउंसर, लिखा-पहले पैसे तब टमाटर

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SP worker kept bouncers for the safety of tomatoes in Varanasi

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वाराणसी। टमाटर का ‘भाव’ इन दिनों आसमान पर है। वाराणसी समेत देश के कई शहरों में टमाटर का दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गया है। पखवाड़े पहले तक टमाटर 15 से 20 रुपये प्रति किलो मिल रहा था जो जुलाई के पहले दिन से ही लगातार महंगा होता चला जा रहा है।

वाराणसी में टमाटर 120 से 150 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। इसे देखते हुए लंका क्षेत्र के नगवां में सब्जी बेचने वाले सपा कार्यकर्ता अजय फौजी ने विरोध जताने के लिए अपनी दुकान पर बाउंसर को तैनात किया है। उसने पोस्टर भी लगाया है। जिसमें लिखा है कि पहले पैसे तब टमाटर। कृपया टमाटर को न छुएं।

इस बाबत सब्जी दुकानदार अजय फौजी ने बताया कि टमाटर काफी महंगा हो गया है। महंगाई की मार में लोग लोग 100 और 50 ग्राम ले रहे हैं। कई जगहों से सूचना आई कि टमाटर को लेकर मारपीट हो रही है। तो कहीं टमाटर लूट लिया जा रहा है। हर जगह टमाटर के कारण विवाद की स्थिति हो गई है।

विवाद से बचने के लिए दुकान पर अपनी और टमाटर की सुरक्षा के लिए दो बाउंसर को तैनात किया है। जब सारे टमाटर बिक जाएंगे तो इन बाउंसर को छुट्टी कर देंगे।

दुकान के बाहर बाउंसर खड़े हैं। कोई भी ग्राहक जब सब्जी छूकर मोलभाव करता है तो तो बाउंसर उसे रोक ले रहे हैं। कहते हैं कि आपको जो चाहिए मांग कर लीजिए। पहले पैसा दीजिए फिर टमाटर लीजिए।

वहीं मौके पर मौजूद कई लोगों ने कहा कि दुकानदार सपा कार्यकर्ता है। इसी वजह से वह महंगाई का इस तरह से विरोध कर चर्चा में आना चाहता है। अब इस दुकान की चर्चा पूरे शहर में होने लगी है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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