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आध्यात्म

आपके पास होने वाली है पैसों की बरसात, इन संकेतों को पहचाने

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नई दिल्ली। हिंदू धर्म शास्त्रों में कई ऐसे संकेत बताए गए हैं जिससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि जो काम हम करने जा रहे हैं उसमें हमें सफलता मिलेगी या नहीं। इन संकेतों को शकुन-अपशकुन कहा जाता है। तो आईए जानें इन संकेतों से कि आपकी जेब में पैसा आने वाला है।

यदि आप पैसे जमा करवाने किसी बैंक में जा रहे हैं और गौ माता आपके रास्ते के बीचे से होकर गुजरती है तो समझ लें कि लंबे समय से रुका हुआ धन शीघ्र ही आने वाला है।

लेन-देन के समय पैसा हाथ से छूट जाए तो आपकी आर्थिक स्थिती पर शुभ प्रभाव पड़ेगा।

हथेलियों में बार-बार खुजली होने का अर्थ है आपको बेपनाह धन सुख मिलने वाला है।

शरीर के दाहिने अंगों पर अथवा सीधे हाथ में बार-बार खुजली हो तो कहीं से आचानक से पैसा मिलता है।

दीपावली के दिन यदि कोई किन्नर आपको नजर आ जाए तो बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार जल्द ही धन की वर्षा होती है।

आंख पर खुजली होने पर पैसा मिलता है।

व्रत एवं त्यौहार

CHHATH POOJA 2024 : जानें कब से शुरू होगी छठी मैया की पूजा, जानिए इसे क्यों मनाते हैं

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मुंबई। त्रेतायुग में माता सीता और द्वापर युग में द्रौपदी ने भी रखा था छठ का व्रत रामायण की कहानी के अनुसार जब रावण का वध करके राम जी देवी सीता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या वापस लौटे थे, तो माता सीता ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को व्रत रखकर कुल की सुख-शांति के लिए षष्ठी देवी और सूर्यदेव की आराधना की थी।

छठ पूजा क्यों मनाते है ?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा अर्चना और अर्घ्य देने से सुख-शांति, समृद्धि, संतान सुख और आरोग्य की प्राप्ति होती है। छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। यह चार दिनों तक चलने वाला त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। छठ पर्व के दौरान प्रकृति के विभिन्न तत्वों जैसे जल, सूर्य, चंद्रमा आदि की पूजा की जाती है. यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक तरीका है और हमें प्रकृति के संरक्षण का महत्व सिखाता है. छठ का व्रत बहुत कठिन होता है. व्रतधारी 36 घंटे तक बिना पानी पिए रहते हैं. साथ ही छठ पर्व सभी वर्गों और समुदायों के लोगों को एक साथ लाता है. इस पर्व के दौरान लोग मिलकर पूजा करते हैं, भोजन करते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं. इससे सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ता है.

छठ पर्व के 4 दिन

छठ पूजा का पहला दिन, 5 नवंबर 2024- नहाय खाय.
छठ पूजा का दूसरा दिन, 6 नवंबर 2024- खरना.
छठ पूजा का तीसरा दिन, 7 नवंबर 2024-डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य.
छठ पूजा का चौथा दिन, 8 नवंबर 2024- उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण

 

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