अन्तर्राष्ट्रीय
श्रीलंका: राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने दिया इस्तीफा, बताया आर्थिक संकट का कारण
कोलंबो। श्रीलंका में भयंकर आर्थिक संकट के बीच सिंगापुर भागे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद पड़ोसी देश में हिंसक प्रदर्शन अब थम गया है। हालांकि राजपक्षे के खिलाफ लोगों में नराजगी अभी तक कायम है।
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने इस्तीफे में अपना बचाव किया है। उन्होंने त्याग पत्र में कई बातें कही हैं। आज शनिवार को सिंगापुर से राजपक्षे द्वारा भेजा गया त्यागपत्र श्रीलंका संसद के 13 मिनट के विशेष सत्र के दौरान पढ़ा गया। राजपक्षे के इस्तीफे के बाद श्रीलंका की संसद ने राष्ट्रपति पद की घोषणा के लिए संक्षिप्त बैठक की।
COVID-19 महामारी को बताया जिम्मेदार
अपने त्याग पत्र में 73 वर्षीय राजपक्षे ने श्रीलंका के आर्थिक संकट के लिए COVID-19 महामारी और लाकडाउन को जिम्मेदार ठहराया। राजपक्षे ने कहा कि उन्होंने आर्थिक मंदी का मुकाबला करने के लिए सर्वदलीय सरकार बनाने की कोशिश जैसे बेहतरीन कदम उठाए।
उन्होंने पत्र में कहा मैंने अपनी क्षमता के अनुसार अपनी मातृभूमि की सेवा की और भविष्य में भी करता रहूंगा। राजपक्षे ने आगे कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने के तीन महीने के भीतर ही पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी की चपेट में आ गई। पहले से ही खराब आर्थिक माहौल से विवश होने के बावजूद लोगों को महामारी से बचाने के लिए मैंने कार्रवाई की।
लाकडाउन के चलते विदेशी मुद्रा भंडार घटा
राजपक्षे ने कहा कि 2020-21 के दौरान मुझे कोरोना के चलते लाकडाउन का आदेश देने के लिए मजबूर होना पड़ा और इससे विदेशी मुद्रा की स्थिति बिगड़ गई। मेरे विचार में मैंने स्थिति से निपटने के लिए एक सर्वदलीय सरकार का सुझाव देकर सबसे अच्छा कदम उठाया था।
अन्तर्राष्ट्रीय
लाहौर में प्रदूषण ने तोड़े सारे रिकार्ड, 1900 तक पहुंचा AQI, स्कूल बंद
नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर का AQI 1900 पहुंच गया है जो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। प्रांतीय सरकार और स्विस समूह IQAir द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को पाकिस्तान-भारत सीमा के पास अब तक का सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। इसी के साथ लाहौर रविवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की रियल टाइम सूची में पहले नंबर पर पहुंच गया।
बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लाहौर में आपातकाल जैसा माहौल है। वायु की खतरनाक गुणवत्ता को देखते हुए लाहौर प्रशासन ने वर्क फ्रॉम होम करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही विभिन्न शहरों में प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की घोषणा की गई है। वहीं पंजाब की वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि, सरकार ने माता-पिता को यह सुनिश्चित करने की सलाह देते हुए प्राथमिक विद्यालयों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है कि बच्चे मास्क पहनें, क्योंकि शहर में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए 50 प्रतिशत कार्यालय कर्मचारी घर से काम करेंगे।
मरियम औरंगजेब ने आगे कहा है कि पिछले एक सप्ताह से भारत से हवा की दिशा लाहौर की ओर हो गई है और इस वजह से धुंध बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हवाएं अमृतसर और चंडीगढ़ से आ रही हैं और इस वजह से लाहौर में AQI लगातार बिगड़ता जा रहा है।
मरियम ने कहा है कि अगर हालत और खराब हुए तो शहर में उद्योगों को बंद कर दिया जाएगा। यहां तक कि पराली जलाने वाले किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा। कुछ इसी तरह की कार्रवाई भारत की हरियाणा और पंजाब सरकार भी कर रही है, जहां पराली जलाने को लेकर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं।
-
लाइफ स्टाइल13 hours ago
सुबह डल नजर आता है चेहरा, तो अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय
-
नेशनल20 hours ago
दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल, कई इलाकों में AQI 4OO पार
-
उत्तर प्रदेश15 hours ago
दिवाली के दिन यूपी के इस जिले में 25 करोड़ की शराब पी गए लोग
-
खेल-कूद20 hours ago
भारतीय क्रिकेट टीम पहुंची साउथ अफ्रीका, खेलेगी चार मैचों की टी20 सीरीज
-
मनोरंजन3 days ago
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का जन्मदिन आज, जानिए उनके और गौरी के मजेदार किस्से के बारे में
-
उत्तराखंड2 days ago
शीतकाल की शुरू होते ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद
-
नेशनल2 days ago
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण सनातन धर्म की रक्षा के लिए ‘नरसिंह वरही ब्रिगेड’ के गठन की घोषणा
-
ऑफ़बीट20 hours ago
मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश