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उत्तर प्रदेश

स्मार्ट विलेज की अवधारणा को करें मजबूत, सभी गांवों में बनाएं विश्वकर्मा संकुल : मुख्यमंत्री योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभाग द्वारा प्रस्तुत किये गये प्रेजेंटेशन का भी अवलोकन किया और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश के गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने की अवधारणा को मजबूती प्रदान करने के लिए हर गांव में विश्वकर्मा संकुल का निर्माण किया जाए।

इसके जरिए ग्राम्य अर्थव्यवस्था को जहां आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी, वहीं ग्रामीण श्रमिकों को अपनी मेधा का प्रदर्शन करने और सेवाएं प्रदान करने के लिए एक ही छत के नीचे सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए।

हर जिले में लगे ओडीओपी मेले और प्रदर्शनियां

मुख्यमंत्री ने लखनऊ, गोरखपुर और यूपी के सभी बड़े रेलवे स्टेशन, गांधी आश्रम, पर्यटन विभाग के होटलों और आवास गृह सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर ओडीओपी का डिस्प्ले लगाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन स्थानों पर वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के डिस्प्ले के साथ उन्हें खरीदने की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में एक एक हफ्ते के लिए ओडीओपी की प्रदर्शनियां और मेले लगाए जाएं। साथ ही फ्लिपकार्ट एवं अमेजॉन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और लूलू ग्रुप के साथ मिलकर ओडीओपी का प्रमोशन कराएं। ओडीओपी के सप्लाई चेन को और मजबूत करें और डिमांड के अनुसार प्रोडक्ट की उपलब्धता को सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने ओडीओपी के लिए निर्धारित बजट का शत-प्रतिशत उपयोग करने के निर्देश दिये हैं।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान के लाभार्थियों को उनके ट्रेड के मार्केट की दें जानकारी

मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि योजना के अंतर्गत अन्य परंपरागत ट्रेड्स को भी चिह्नित करते हुए जल्द से जल्द शामिल किया जाए। इसके साथ ही लाभार्थियों को प्रॉपर ट्रेनिंग दी जाए और उनके ट्रेड से जुड़े मार्केट के बारे में भी उन्हें अवगत कराया जाए । मुख्यमंत्री ने योजना के तहत वितरित किये जाने वाले टूलकिट की गुणवत्ता साथ किसी भी प्रकार का समझौता ना करने के भी विशेष निर्देश दिये। के

लाभार्थियों को ऑनलाइन पेमेंट प्रक्रिया से जोड़ें

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस दिन विश्वकर्मा श्रम सम्मान से जुड़े लाभार्थियों को टूलकिट का वितरण हो उसी समय उन्हें लोन भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। विश्वकर्मा श्रम सम्मान से जुड़े लाभार्थियों को ऑनलाइन पेमेंट सेवाओं से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने ट्रेंड श्रमिकों के लिए पोर्टल विकसित करते हुए उनकी जानकारी सार्वजनिक उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, जिससे आम जनता ट्रेंड श्रमिकों की सेवाओं का लाभ उठा सकें और श्रमिकों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।

सीएम ने सीएफसी को लेकर दिये निर्देश

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 7 जिलों में सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा 7 सीएफसी अक्टूबर एवं 7 सीएफसी फरवरी 2024 तक क्रियाशील हो जाएंगे। वहीं 5 अन्य जिलों में सीएफसी की स्थापना के लिए तेज गति से कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण जिलों में जल्द से जल्द सीएफसी विकसित करने के निर्देश दिये।

सीएम ने की यूपी आईटीएस 2023 की तैयारियों की समीक्षा

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को 21 से 25 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपी आईटीएस 2023) को लेकर तैयारियों – से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी आईटीएस -2023 महत्वपूर्ण आयोजन है। इसके जरिए प्रदेश की उत्कृष्ट कला को वैश्विक रूप से प्रदर्शित करने का हमारे पास बड़ा अवसर है। यूपी आईटीएस 2023 उत्तर प्रदेश के – ओडीओपी के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगा। इसे लेकर हो रही तैयारियों की नियमित समीक्षा की जाए।

इस दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को भारतीय पैकेजिंग संस्थान (आईआईपी), यूपी डिजाइन इंस्टीट्यूट, यूनिटी मॉल और प्लेज पार्क के कार्यों की प्रगति के बारे में भी विस्तार से अवगत कराया। सीएम योगी ने सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्वक समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिये।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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