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प्रादेशिक

मनोज झा के बयान पर छिड़ा संग्राम, विधायक की चेतावनी पर राजद की ‘दमदार’ टिप्पणी

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Struggle broke out over Manoj Jha statement

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पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सांसद मनोज झा की कविता को लेकर पार्टी में आपसी कलह मचती दिख रही है। एक ओर जहां राजद विधायक ने ठाकुरों का अपमान बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी है। वहीं, दूसरी ओरा खुद राजद ने सांसद झा के वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा कर प्रतिक्रिया दी है।

दरअसल, बीते दिनों राजद सांसद मनोज झा ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक को लेकर हुई बहस के दौरान एक कविता पढ़ी थी। इसी कविता को लेकर बवाल मचा हुआ है।

RJD MLA चेतन आनंद बोले- बर्दाश्त नहीं करेंगे

पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने अपने ही राजद सांसद मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने ठाकुर वाले बयान पर मनोज झा को घेरते हुए चेतावनी दी है। बता दें कि चेतन आनंद राजद के ही विधायक हैं। उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता को घेरते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि ठाकुरों के ऊपर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

राजद बोली- दमदार, शानदार और जानदार

इधर, राजद ने सांसद मनोज झा के उस वीडियो को दमदार, शानदार और जानदार बताया है, जिसमें उन्होंने ठाकुरों को लेकर कविता सुनाई है। राजद ने इसे अपने एक्स हैंडल से सोशल मीडिया पर साझा किया है।

राजद ने यह वीडियो विधायक चेतन आनंद की ठाकुर विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी और सांसद चेतावनी देने के करीब एक घंटे बाद साझा किया है।

सांसद मनोज झा का यह वीडियो उनके महिला आरक्षण विधेयक को लेकर संसद में हुई बहस के दौरान दिए गए भाषण का है। इसी संबोधन में ही झा ने कविता सुनाई थी, जिसमें उन्होंने ठाकुर शब्द का इस्तेमाल किया था।

आनंद मोहन बोले- अपने अंदर के ब्राह्मण को मारो

इधर,पूर्व सांसद आनंद मोहन ने भी राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा पर जमकर निशाना साधा। एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि राजद कहती है कि हम ए टू जेड की पार्टी हैं। महिला आरक्षण विधेयक के सवाल पर लोगों ने सिर्फ भाषण दिए हैं। आनंद मोहन का खून बहा है, लवली आनंद की गिरफ्तारी हुई है।

उन्होंने कहा कि बात महिला बिल पर चल रही थी और बात ठाकुरों पर शुरू हो गई। बीच में कहां से आ गया ठाकुर? उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि अपने अंदर के ठाकुर को मारो। मैं कहता हूं कि अपने अंदर के ब्राह्मण को मारो, जो पूरे देश को संचालित कर रहा है।

आनंद मोहन ने कहा कि मैं खुद कविता लिखता हूं, एक कविता पेश कर सकता हूं। कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना। आप क्यों नहीं बोलते कि जब चेतन आनंद ने कहा कि हमारा सबसे ज्यादा बलिदान है तो वो गलत नहीं कहा।

आनंद मोहन ने कहा कि हमने अखंड भारत की स्थापना एक बार नहीं कई बार की। वो दिल्ली यूनिवर्सिटी में इतिहास पढ़ाते होंगे। हम इतिहास गढ़ते हैं। हमने तो रजवाड़े, रियासतें और जमीनें तक छोड़ दीं। आप पहले अपने अंदर के ब्राह्मण को मारें।

राजद का मनोज झा को समर्थन, कहा- वो ठाकुर अहंकार है…

इस विवाद को लेकर राजद ने सांसद मनोज झा समर्थन किया है। पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि सांसद झा के बयान की गंभीरता को कुछ तथाकथित लोगों ने नहीं समझा। मन के अंदर बैठा ठाकुर.. वो मेरे अंदर भी हो सकता है, किसी के अंदर हो सकता है।

उन्होंने तो यह भी कहा झा जी ने कि यह मेरे अंदर भी हो सकता है। शक्ति सिंह ने सवाल किया कि वो ठाकुर कौन है? उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि वो ठाकुर अहंकार है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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