Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

IPS अधिकारी के फार्म हाउस मैनेजर की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

Published

on

death

Loading

लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ के माल तहसील के अटारी व सुरतीखेड़ा गांव के बीच स्थित आईपीएस अधिकारी बीके मौर्य के फार्म हाउस में मैनेजर विजय कुमार मौर्य (30) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव फार्म हाउस के बाग में आम के पेड़ से लटका मिला। मृतक के घरवालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य भी जुटाए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार अटारी व सुरतीखेड़ा गांव के बीच आईपीएस अधिकारी बीके मौर्य का फार्म हाउस है। इसमें उन्होंने प्रबंधक के तौर पर अटारी के विजय कुमार मौर्य को रखा था। मंगलवार को ग्रामीणों ने विजय का शव फार्म हाउस स्थित आम की बाग में रस्सी के सहारे पेड़ से लटकता देखा। इसकी सूचना घरवालों को दी।

सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। घर-परिवार वालों के साथ आसपास के गांव के लोग भी मौके पर जुट गए। सूचना मिलने पर माल पुलिस के साथ ही एसीपी मलिहाबाद अनिंद्य विक्रम सिंह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया। आईपीएस बीके मौर्य भी फार्म हाउस पहुंचे और मृतक के घरवालों को निष्पक्ष जांच व कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

एक साल पहले हुई थी हत्या की कोशिश

मृतक के भाई दुर्गेश व बहन शांति के मुताबिक एक वर्ष पहले भी विजय को जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। घर वालों ने यह भी बताया कि विजय सोमवार की रात कुछ दोस्तों के साथ ससपन पुलिया स्थित दुकान पर पराठा रोल खाने गया था।

चौकीदार मेहरबान ने बताया कि लौटते समय विजय के साथ एक युवक भी था, जो रात में रुका था। मृतक के भाई गंगाराम ने हत्या का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। विजय के परिवार में आठ भाई बहन हैं। प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

10 साल पहले हुई थी चौकीदार की हत्या

ग्रामीणों के अनुसार एक दशक पूर्व इसी फार्म हाउस के चौकीदार की बदमाशों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी। उस मामले का खुलासा आज तक माल पुलिस नहीं कर सकी है। ग्रामीण दोनों वारदातों को एक साथ जोड़कर देख रहे हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending