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खेल-कूद

T20 World Cup: भारत ने पाकिस्तान को हराया, सबसे छोटा स्कोर डिफेंड कर बनाया रिकार्ड

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न्यूयॉर्क। भारत ने टी20 वर्ल्ड कप के बेहद रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को 6 रनों से हरा दिया है। भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 119 रन बनाए। इतने कम स्कोर को देखकर हर कोई कहने लगा कि टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत को जीत दिला दी। यह पहला मौका है जब भारतीय टीम ने टी20 मैचों में 120 रन से छोटे स्कोर को डिफेंड किया है। यह टी20 वर्ल्ड कप में भी सबसे छोटे स्कोर को डिफेंड करने का संयुक्त रिकॉर्ड है. श्रीलंका की टीम टी20 वर्ल्ड कप 2014 में एक बार न्यूजीलैंड के खिलाफ 120 रन के लक्ष्य का बचाव कर चुकी है।

भारत की जीत के नायक रहे प्लेयर ऑफ द मैच जसप्रीत बुमराह जिन्होंने जब जरूरत पड़ी तब विकेट निकाला। बुमराह ने चार ओवर में मात्र 14 रन देकर तीन विकेट झटके। हार्दिक पांड्या ने 24 रन पर दो विकेट लिए जबकि अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिया।
120 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्‍तान की टीम एक समय मैच में बनी हुई थी लेकिन जैसे ही बुमराह आए, उन्‍होंने अपना कमाल दिखाया। पहले उन्‍होंने पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम को आउट किया और बाद में खतरनाक दिख रहे मोहम्मद रिजवान का विकेट चटकाया। रिजवान ने सर्वाधिक 31 रन बनाये। बाद में उन्‍होंने फिर इफ्तिखार को आउट करके पाकिस्‍तान की कहानी खत्‍म कर दी। इसमें हार्दिक ने भी अहम भूमिका निभाई जिन्‍होंने फखर जमां और शादाब खान के अहम विकेट चटकाए।

इससे पहले पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत की तरफ से विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने तीन जीवनदान का फायदा उठाते हुए 31 गेंदों में छह चौकों की मदद से सर्वाधिक 42 रन बनाये।

अक्षर पटेल ने 20 और कप्तान रोहित शर्मा ने 13 रन बनाये। रोहित ने पारी के पहले ओवर में शाहीन शाह आफरीदी की गेंद पर पारी का पहला छक्का मारा। अक्षर पटेल ने भी एक छक्का लगाया। पंत और अक्षर के बीच तीसरे विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी हुई।

इस पारी में कहा जा सकता है कि ऋषभ पंत को मिला लक का साथ जिससे भारतीय टीम 119 रनों तक पहुंचने में कामयाब रही ,जो लड़ने वाला स्कोर कहा जा सकता है क्‍योंकि अगर ऋषभ जल्‍दी आउट हो जाते तो भारतीय टीम 100 रनों तक भी नहीं पहुंच पाती। एक समय भारत का स्‍कोर 89 पर चार विकेट था और लग रहा था कि 140 रन तक भारत पहुंच जाएगा, लेकिन मध्‍य ओवरों में नसीम शाह और मोहम्‍मद आमिर ने भारतीय टीम की कमर तोड़ दी। भारत ने मात्र 30 रन जोड़कर आखिरी सात विकेट गंवाए।

नसीम शाह और हारिस रउफ ने 21-21 रन देकर तीन-तीन विकेट झटके। मोहम्मद आमिर को दो और शाहीन शाह आफरीदी को एक विकेट मिला। विराट कोहली चार,सूर्यकुमार यादव सात, शिवम दुबे तीन और हार्दिक पांड्या सात रन बनाकर आउट हुए। रवींद्र जडेजा का खाता नहीं खुला और वह पहली गेंद पर ही आउट हो गए। अर्शदीप सिंह ने नौ रन और मोहम्मद सिराज ने नाबाद सात रन बनाकर भारत को किसी तरह 119 तक पहुंचाया। लेकिन अंत में यह स्कोर भारत के लिए मैच विजयी साबित हुआ।

खेल-कूद

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा पर लगा धोखाधड़ी का आरोप, अरेस्ट वारंट जारी

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा को PF में धोखाधड़ी के मामले में अरेस्ट वारंट जारी हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक उथप्पा सेंटॉरस लाइफस्टाइल ब्रांड प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी में हिस्सेदार हैं। इस कंपनी ने कर्मचारियों के खातों से प्रोविडेंट फंड यानी PF का पैसा तो काट लिया लेकिन उसे जमा नहीं किया। जिसके कारण से लगभग 23 लाख रुपए की धोखाधड़ी सामने आई है। इसी वजह से 4 दिसंबर को उथप्पा के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। उन्हें पूरे पैसे जमा करने के लिए 27 दिसंबर तक का समय भी दिया गया। लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें फिर गिरफ्तार किया जा सकता है। अब इससे पहले ही उथप्पा की तरफ से बयान सामने आया है।

रॉबिन उथप्पा ने कंपनियों को उधार दिए थे पैसे

रॉबिन उथप्पा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि मेरे खिलाफ PF मामले की हाल की खबरों सामने आने के बाद, मैं स्ट्रॉबरी लेंसेरिया प्राइवेट लिमिटेड, सेंटारस लाइफस्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड और बेरीज फैशन हाउस के बारे में अपनी भागीदारी के बारे में बताना चाहता हूं। मुझे 2018-19 में इन कंपनियों में डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था। क्योंकि कर्ज के तौर पर मैंने इन कंपनियों को पैसे दिए थे। मेरे पास सक्रिय कार्यकारी भूमिका नहीं थी, एक प्रोफेशनल क्रिकेटर, टीवी प्रेजेंटर और कमेंटेटर के रूप में काम को देखते हुए मेरे पास इसमें भाग लेने के लिए समय नहीं था। आज तक जिन अन्य कंपनियों को मैंने कर्ज दिया है। उनमें भी कार्यकारी भूमिका नहीं निभाता हूं।

 

 

 

 

 

 

 

 

ऊपर से ये कंपनिया मेरे द्वारा दिए गए उधार को चुकाने में असफल रही हैं। जिसके कारण मुझे कानूनी कार्यवाही शुरू करनी पड़ी। कई साल पहले मैंने डायरेक्टर के पद से भी इस्तीफा दे दिया था। जब PF अधिकारियों ने बकाया भुगतान की मांग की, तो मेरी कानूनी टीम ने जवाब दिया और बताया कि इसमें मेरी कोई भी भूमिका नहीं है। इसके बाद कार्यवाही जारी है। मेरे कानूनी सलाहकार आने वाले दिनों में इस मामलों को सुलझाने के लिए कदम उठाएंगे। मैं मीडिया से भी आग्रह करना चाहूंगा कि वे कृपया पूरे तथ्य पेश करें।

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