प्रादेशिक
आतंकी संगठन हमास ने दो और बंधकों को रिहा किया, दोनों इजरायली महिलाएं
येरूशलेम। आतंकी संगठन हमास ने बंधक बनाए गए दो और लोगों को रिहा कर दिया. इससे पहले हमास ने बंधक बनाए गए दो अन्य लोगों को भी रिहा किया था. वे दोनों अमेरिकी नागरिक थे. ये दोनों मां और बेटी थी. इस बार हमास ने इजरायल की दो महिलाओं को छोड़ा है और दोनों बुजुर्ग हैं. आतंकी समूह का कहना है कि उसने मिस्र और कतर की मध्यस्थता के बाद मानवीय आधार पर और खराब स्वास्थ्य को देखते दोनों को रिहा किया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हमास की सैन्य इकाई के प्रवक्ता अबू उबैदा ने बताया कि उसने पिछले शुक्रवार को ही इन दोनों महिलाओं को रिहा करने का फैसला ले लिया था, लेकिन तब इजरायल ने इन्हें लेने से इनकार कर दिया था. बता दें कि इजरायली चरमपंथी गुट हमास ने 7 अक्टूबर की सुबह इजरायल पर हमला किया था. तब उसने इजरायल पर पांच हजार ज्यादा रॉकेट दागे थे. जिसमें कई लोग मारे गए थे. इसके साथ ही हमास ने 224 लोगों को बंधक बना लिया था. अभी भी हमास के कब्जे में 220 बंधक हैं.
बता दें कि इनदिनों इजरायली सेने ने गाजा पट्टी को पूरी तरह से घेर लिया है. बावजूद इसके इजरायली सेना जमीनी कार्रवाई नहीं कर रही. बताया जा रहा है कि अमेरिका ने इजरायल को गाजा में जमीनी हमला करने में देरी करने की सलाह दी है. जिससे हमास के कब्जे से बंधकों को रिहा करने के लिए बातचीत का मौका मिल सके और उनकी रिहाई सुनिश्चित की जा सके. इसके साथ ही गाजा पट्टी में आम नागरिकों तक मानवीय मदद पहुंचाई जा सके. अमेरिका ने कहा कि वह चिकित्सा मदद को नुकसान न पहुंचे की व्यवस्था को लेकर इजरायल से बात कर रहा है.
उत्तर प्रदेश
शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज
गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।
शुरू में उन्हें करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।
बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्पेक्टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्पेक्टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।
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