Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ से पहले अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता होगी दोगुनी

Published

on

Loading

प्रयागराज |  संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले महाकुंभ की तैयारियां पूरे शहर में तेजी से चल रही हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप न केवल महाकुंभ क्षेत्र के लिए विश्वस्तरीय व्यवस्थाएं की जा रही हैं, बल्कि प्रयागराज शहर में भी कई स्थाई निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है। जिनका लाभ प्रयागराज निवासियों को आने वाले वर्षों में भी मिलता रहेगा। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय, प्रयागराज के अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता लगभग दोगुनी करने का कार्य कर रहा है। जिससे आने वाले दिनों में प्रयागराज के कई मोहल्लों में सीवर की समस्या का निदान हो जाएगा। इसके साथ ही जल निगम नगरीय के सहयोग से कई अस्थाई एसटीपी का भी निर्माण हो रहा है।

सीवर ड्रेनेज की समस्या का होगा निस्तारण

महाकुंभ के पहले यूपी सरकार के कई विभाग मिल कर प्रयागराज में विश्वस्तरीय सुविधाओं का निर्माण कर रहे हैं। इसी दिशा में यूपी जल निगम नगरीय, प्रयागराज में कई प्रोजेक्ट्स चला रहा है। इनमें से आलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता का विस्तारीकरण एक बड़ा प्रोजेक्ट है। विभाग के अधिशासी अभियंता सौरभ कुमार ने बताया कि अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की ट्रीटमेंट क्षमता को 45 एमएलडी से बढ़ा कर 80 एमएलडी किया जा रहा है। जो कि पहले की तुलना में लगभग दोगुनी है। सीएम योगी के निर्देश के मुताबिक ये कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद प्रयागराज के अलोपीबाग, दारागंज, सोहबतियाबाग, अल्लापुर, किदवई नगर और मोरी नाला के सीवर ड्रेनेज की समस्या का निस्तारण हो जाएगा।

अंतिम चरण में है कार्य

अधिशासी अभियंता ने बताया कि लगभग 18 करोड़ की लागत से हो रहे विस्तारीकरण का कार्य अपने अंतिम चरण में हैं। पम्पिंग स्टेशन के न्यू सम्प ने कार्य करना शुरू कर दिया है, जल्द ही ओल्ड सम्प भी कार्य करने लगेगा। जिसके बाद इस क्षेत्र के पूरे सीवर वेस्टेज को सम्प से पम्प कर राजापुर एसटीपी पर भेजा जाने लगेगा। जहां से ट्रीटेड पानी नदी में गिराया जाएगा। इससे न केवल क्षेत्र के लोगों बल्कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के अतिरिक्त दबाव का भी आसानी से सामना किया जा सकेगा।

सहयोग की अपील

इसके साथ ही अधिशासी अभियंता ने क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपील की है। उनका कहना है कि निर्माण कार्य के कारण क्षेत्रवासियों को 30 नवंबर तक कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्य पूरे होने के बाद लंबे समय से अलोपीबाग और आसपास के मोहल्लों की सीवर चोकिंग की समस्या पूरी तरह दूर हो जाएगी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending