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प्रादेशिक

छात्रा के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा अम्बेडकर नगर का ये कालेज, दो साल बाद भी नहीं दी मार्कशीट

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लखनऊ। अम्बेडकर नगर के विकासखंड जहांगीरगंज में आने वाले एम आर फैजाने हलीम इंण्टर कालेज के प्रबन्धक अब्दुल समी एवं प्रधानाचार्य के ऊपर आरोप लगाते हुए अहिरौली रानीमऊ निवासी अंशिका पाण्डेय पुत्री कृष्ण कान्त पाण्डेय ने बताया कि मैंने 2019 में कक्षा 9 में एम आर फैजाने हलीम इंण्टर कालेज देवरिया लाला विद्यालय में एडमिशन करवाया था। इसके बाद हम क्लास में भी आ रहे थे। हाईस्कूल का इग्जाम भी दिए थे। पर बावजूद इसके सभी बच्चों का रिजल्ट आया लेकिन मेरा नहीं आया।

इसकी सूचना हम विद्यालय प्रबन्धक अब्दुल समी को दिए, तो उन्होंने बताया कि मैं तुम्हारे मार्कशीट में गलतियां हैं। जो सुधार होने के लिए ऑफिस भेज दी गई है। सुधार होते ही आपको मार्कशीट मिल जाएगी लेकिन आज तक छात्रा को मार्कशीट नहीं मिली।

छात्रा अंशिका पांडे ने बताया, “मार्कशीट मुझे नहीं मिली और मुझे तारीख की तारीख देते रहे। विद्यालय के प्रबंधक अब्दुल समी। छात्रा को लगभग 2 से 3 साल बीत जाने के बाद वह कहे कि तुम्हारी मार्कशीट नहीं मिल पाएगी, फिर से तुमको परीक्षा देनी होगी। सुलह समझौता करने का दबाव बना रहे ऐसी स्थिति में हम क्या करें और मेरे भविष्य के साथ इतने दिन से खिलवाड़ होता रहा।

इस मामले में जब विद्यालय प्रबन्धक अब्दुल समी से बात की गई तो कहा कि मेरे यहां से कागज में कोई गलती नहीं की गई है। मेरा कागज मेंटेन है कम्प्यूटराइज समस्या के कारण एक ही रोल नंबर पर अलग-अलग नाम उठा लिया। जो डिफाल्टर घोषित कर दिया गया। मैंने बच्ची के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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