उत्तर प्रदेश
‘सीएम योगी के प्रयासों से आज सशक्त और सुरक्षित महसूस कर रहीं प्रदेश की महिलाएं’
लखनऊ। प्रदेश में महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलाए जा रहे मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत विभिन्न पहल निरंतर जारी हैं। इसी कड़ी में लखनऊ विश्वविद्यालय में मिशन शक्ति के पंचम चरण के अंतर्गत एक सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान वक्ताओं ने मिशन शक्ति अभियान को पूरे प्रदेश में महिलाओं के लिए एक सकारात्मक और सुरक्षित माहौल बनाने की दिशा में कारगर प्रयास बताया। सभी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस बात को लेकर विशेष रूप से सराहना की कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता बढ़े। वक्ताओं ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘मिशन शक्ति’ अभियान से आज प्रदेश की महिलाएं स्वयं को सशक्त और सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
समारोह के दौरान कुलपति आलोक राय ने उपस्थित सभी लोगों को एक शपथ दिलाई, जिसमें उन्होंने यह प्रतिबद्धता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय का हर सदस्य महिलाओं के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और समावेशी वातावरण बनाने के लिए कार्यरत रहेगा। शपथ के मुख्य बिंदुओं में महिला उत्पीड़न या दुर्व्यवहार की स्थिति में मूक दर्शक न बनने, आवाज उठाने और हस्तक्षेप करने का संकल्प शामिल था। साथ ही यह भी कहा गया कि पीड़ित महिला का हरसंभव समर्थन किया जाएगा और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि यह शपथ केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि हमारे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक सशक्त कदम है। हमें इसे अपने व्यवहार और कार्यों में उतारना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रत्येक व्यक्ति की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
डॉ. मानिनी श्रीवास्तव ने इस अवसर पर मिशन शक्ति के उद्देश्यों और अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा संचालित इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा और उत्पीड़न को समाप्त करना है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्राओं ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन शक्ति कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा की दिशा में एक अभिनव प्रयास है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक राय ने की, जबकि इसकी समन्वयक डॉ. मानिनी श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी, मिशन शक्ति, लखनऊ विश्वविद्यालय रहीं। इस कार्यक्रम में उपकुलपति प्रोफेसर मनुका खन्ना सहित सभी डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों, कर्मचारियों और भारी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम
लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।
3 चरणों में संचालन
एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।
प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।
550 शटल बसें चलाई जाएंगी
एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।
उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।
इन मार्गों प्रभाग संचालन
एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।
इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।
-
नेशनल2 days ago
गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा
-
खेल-कूद3 days ago
ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टी20 मुकाबले में भी पाकिस्तान को पीटा
-
छत्तीसगढ़2 days ago
CRPF 241 बस्तियां बटालियन पहुंचे सीएम विष्णु देव साय, जवानों को भोजन परोसा, बढ़ाया हौसला
-
प्रादेशिक2 days ago
कक्षा 12 के छात्रों ने शिक्षिका की कुर्सी के नीचे लगाया बम, कर दिया विस्फोट
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात
-
मनोरंजन2 days ago
असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात
-
वीडियो2 days ago
video: भगवान ऐसा दोस्त किसी को ना दे
-
उत्तराखंड1 day ago
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अस्पताल में भर्ती, सांस लेने में तकलीफ