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प्रादेशिक

बिहार: तुषार का शव पंहुचते ही मचा कोहराम, आक्रोशित लोगों ने लगाया जाम

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बिहटा (पटना)। बिहार की राजधानी पटना जिले के बिहटा में शिक्षक द्वारा अपहरण और फिर हत्या के बाद सोमवार को छात्र तुषार का शव पंहुचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीण आक्रोशित हो गए।

बिहटा-खगौल मुख्य मार्ग में कन्हौली बाजार, भगवतीपुर बाजार एवं बिहटा- सरमेरा पथ पर सैकड़ो की संख्या में लोग जुट गए। सड़क पर आगजनी करते हुए लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगाने के कारण यातयात बाधित हो गया। आक्रोशित लोगों ने शव को बिहटा चौक पर जाम कर दिया।

घटना से गुस्साए लोग मुख्य आरोपित शिक्षक मुकेश कुमार के कन्हौली में स्थित स्कूल पहुंच गए और जमकर तोड़फोड़ करते हुए टेबल, बेंच आदि को सड़क पर आग के हवाले कर दिया। लोग हत्यारे की फांसी, बिहटा थाना प्रभारी का निलंबन, कन्हौली बाजार पर पुलिस चौकी एवं जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर रहे है। वहीं, मृतक के स्वजन में चीख-पुकार मची है।

बता दें कि बिहटा के कन्हौली निवासी सह शिक्षक राज किशोर पंडित के 12 वर्षीय इकलौते पुत्र तुषार कुमार को उसके शिक्षक ने ही अगवा किया था और अपहरण के डेढ़ घंटे बाद ही उसकी हत्या कर दी थी। फिर उसी के मोबाइल से उसके पिता को वायस मैसेज भेज 40 लाख की फिरौती मांग रहा था।

एसआइटी ने कल रविवार को मुख्य आरोपित शिक्षक मुकेश कुमार को पटना के एसके पुरी के वेस्ट बोरिंग कैनाल रोड से गिरफ्तार कर लिया है, उसके पास से छात्र का मोबाइल भी मिल गया गया है। वह स्कूल संचालक और बिहटा के किशुनपुर का निवासी है।

इससे पूर्व शनिवार को बिहटा में ईएसआइसी अस्पताल के पास झाड़ियों से बुरी तरह जली हालत में बरामद शव की पहचान तुषार के रूप में पुष्ट हो गई थी। मुकेश ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उसी स्थान पर तुषार की हत्या की और शव को जलाया था।

उसने बताया कि बीते गुरुवार की शाम तुषार को फोन करके बुलाया, फिर विश्वास में लेकर बाइक पर बैठाकर बिहटा में ईएसआइसी अस्पताल के पास झाड़ियों में ले गया। वहां डेढ़ घंटे तक उसे उलझाए रखा, फिर गला दबाकर और चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी। फिर पेट्रोल छिड़क जला दिया। दूसरे दिन फिर वहां गया और साक्ष्य को पूरा तरह मिटाने के लिए शव को फिर पेट्रोल से जलाया।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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