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उत्तर प्रदेश

उमेश पाल हत्याकाण्ड: एक और सीसीटीवी फुटेज, फायर करता दिख रहा है असद

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Umesh Pal murder case

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प्रयागराज। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकाण्ड के 20 दिन बाद एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें साफ़ दिख रहा है कि माफिया अतीक अहमद का बेटा असद उमेश पाल के साथ गली में हाथापाई कर रहा है।

उमेश पाल शूटरों की गोली लगने के बाद कार के पास गिर गए थे, फिर वह उठकर अपने घर की तरफ गली में भागे तभी असद ने अपनी कार से उतर कर उनका पीछा किया था।

इस सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि असद गली में घुसा तो अधिवक्ता उमेश पाल से उसकी भिड़ंत हो गई। उमेश पाल असद को धक्का देकर कमरे की ओर भागे तो असद ने पीछे से जाकर कमरे के अंदर तक उन पर फायर किया था।

गूड्डू मुस्लिम ने गनर को निशाना करके फेंका था बम

बताया जाता है कमरे में जाकर उमेश पाल गिर गए थे जिसके बाद उन्हें उठाकर अस्पताल ले जाया गया। इसी फुटेज में गुड्डू मुस्लिम भाग रहे गनर राघवेंद्र पर बम फेंकते भी नजर आया है। इस फुटेज में भी असद को फायर करते साफ-साफ देखा जा रहा है।

20 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ

दुस्साहसिक अंदाज में दिनदहाड़े उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस और एसटीएफ के हाथ 20 दिन बाद भी खाली हैं। 15 टीम बनाने के बाद भी नतीजा शून्य है। प्रदेश में सनसनी फैलाने वाले इस हत्याकांड के बाद शूटरों पर कार्रवाई के लिए तेज तर्रार और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पुलिसकर्मियों को लगाया गया, लेकिन सरेआम चुनौती पेश करने वालों को कानूनी शिकंजे में नहीं लाया जा सका है।

हैरान करने वाली बात यह है वारदात में शामिल दो आरोपितों को एनकाउंटर में ढेर करने और कुछ मकानों को जमींदोज करने के बाद कार्रवाई शिथिल पड़ गई है।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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