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उत्तर प्रदेश

आगरा: यमुना नदी में नहाने उतरे मामा-भांजे डूबे, तलाश कर रही गोताखोरों की टीम

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Five children drowned in Yamuna river and one saved but a died, searching for other three

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आगरा। आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र में रुनकता में शनि देव मंदिर पर दर्शन करने आए मामा-भांजे यमुना नदी में स्नान करते समय डूब गए। दोनों के एक साथ डूबते देख उनके साथ स्नान कर रहे दो अन्य युवक यमुना से बाहर निकल आए। मामा-भांजे को बचाने के लिए उन दोनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, लेकिन तब तक दोनों गेहरे पानी में चले गए। सूचना पर पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंच गई। दोनों की तलाश शुरू कर दी गई है।

मांगरोल गुर्जर पश्चिम मानी घाट पर मंदिर दर्शन करने आए मामा-भांचे सुनील और सौरभ यमुना स्नान कर रहे थे। उनके साथ ही आए पड़ोसी युवक नैना और छोटू ने भी यमुना में छलांग लगा दी। बताया गया है कि अचानक ही सुनील और सौरभ गहरे पानी में डूब गए। ये देख छोटू और नैना दोनों यमुना से बाहर निकल आए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया।

उस समय वहां कोई नहीं था, जिसके कारण वे दोनों गहरे पानी में बहते चले गए। छोटू और नैना ने अपने गांव और अन्य लोगों को जानकारी दी। इसके बाद मौके पर पुलिस और परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने पीएसी और गोताखोरों को बुलाकर स्ट्रीमर से दोनों की तलाश शुरू कर दी, लेकिन उनका कोई भी सुराग नहीं लग सका।

पुलिस ने बताया कि नगला अमरा मथुरा निवासी सुनील पुत्र ताराचंद उम्र 26 साल और सौरभ (17) पुत्र सुरजीत सहाई थाना अछनेरा दोनों मामा भांजे हैं। कपड़े उतारकर यमुना में नहाने गए थे। तभी सुनील और सौरभ दोनों गहरे पानी में चले गए। पीएसी व गोताखोरों को बुलाकर दोनों की यमुना में तलाश की जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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