Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्रदेश को लूटना और परिवार का कल्याण है विपक्षी दलों का लक्ष्य: स्वतंत्र देव सिंह

Published

on

Loading

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा, बसपा और कांग्रेस को “फैमिली ट्रस्ट” करार दिया है। पार्टी के सामाजिक सम्पर्क अभियान के तहत मंगलवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में आयोजित द्वितीय सम्मेलन उन्होंने कहा कि विपक्षी दल लोगों का सम्मान और कल्याण करने नहीं आए हैं वे देश-प्रदेश और लोगों को लूटने के लिए आए हैं। यह लोग वंशवाद को बढ़ाने और परिवारवाद चलाने आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल ‘फैमिली ट्रस्ट‘ है, जहां बड़े पदों पर सिर्फ परिवार के लोग ही बैठतें है और वहां सामान्य कार्यकर्ता की कोई हैसियत नहीं हैं। स्वतंत्र देव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक मात्र दल है, जिसमें किसी भी जाति का गरीब, पिछ़ड़ा और वंचित व्यक्ति भी प्रदेश अध्यक्ष हो सकता है, प्रदेश का मुखिया हो सकता है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद लगातार सत्ता में रही कांग्रेस ने गरीबों की बात तो की, लेकिन गरीबी दूर नहीं की। कांग्रेस ने मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के अस्तित्व तक को नकार दिया और हिन्दू आंतकवाद जैसे शब्दों को गढने का काम किया। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दल सिर्फ भ्रष्टाचार और वंशवाद के पोषक हैं, इनके लिए सत्ता अपना और अपने परिवार के हितों को पूरा करने का साधन मात्र है। इन दलों ने हमेशा देश, प्रदेश, गरीब, शोषित और वंचितों का अपमान किया है।

“योगी सरकार में किसी की हैसियत नहीं जो किसी बेटी को परेशान कर सके”

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा सरकार में बेटियों के साथ सरेआम दुर्व्यवहार की घटनाएं होती थी और दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखी जाती थी, लेकिन आज योगी सरकार में किसी की हैसियत नहीं जो किसी बेटी को परेशान कर सके, जो परेशान करेगा सीधा जेल जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक चाय बेचने वाला, गरीब परिवार में जन्म लेने वाला देश का प्रधानमंत्री बनता है। कांग्रेसी खानदानियों ने पूरा देश लूटा है। आज एक ईमानदार, राष्ट्र भक्त, गरीबों का प्रधानसेवक देश का प्रधानमंत्री बना तो उसने अपने परिवार के लिए पक्का मकान नहीं दिया। परिवार का एक सदस्य सरकारी गाड़ी में नहीं बैठा। लेकिन देश के गरीबों को पक्का मकान देने का संकल्प लिया है। 2024 तक जिन गरीबों का मकान नहीं बना हैं, उन गरीबों के लिए पक्का मकान बनाने का काम पीएम मोदी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तपस्वी के रूप में 24 घंटे अनुसूचित, गरीब, वंचित वर्ग के सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक उत्थान के लिए तथा उनके सम्मान के लिए कार्य कर रहे है। भाजपा सरकार में सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर कार्य हो रहा है। गांव, गरीब, किसान, शोषित, वंचित, पीड़ित सहित समाज के सभी वर्गों के हितों के लिए भाजपा सरकार काम कर रही है। सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा, केन्द्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा लाल सिंह आर्य, प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश पासी ने भी अपने विचार रखे।

IANS News

लखनऊ की ठग महिला, अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल दिखाकर ठगे करोड़ रुपये

Published

on

Loading

लखनऊ | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महिलाओं से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक महिला जो अपने आप को IAS अधिकारी की पत्नी बनाकर महिलाओं को किटी पार्टी करती थी। जिसके बाद धीरे-धीरे उन महिलाओं से उसने करीब डेढ़ करोड़ की ठगी कर ली। इस मामले में इस ठगी करने वाली महिला पर एफआईआर दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है।

बताया जा रहा है कि रश्मि सिंह ने किटी पार्टी के जरिए बिजनेसमैन की पत्नियों और अन्य महिलाओं को अपना शिकार बनाया. पीड़ित महिलाओं के मुताबिक, वह पहले उनसे दोस्ती करती, उन्हें अपने घर बुलाती और छोटे-मोटे गिफ्ट देकर विश्वास हासिल करती. इसके बाद वह म्युचुअल फंड और किटी पार्टी में निवेश करने पर बड़ा लाभ दिलाने का लालच देकर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेती थी.

किस तरह के बहाना करती थी महिला

* मेरा पति मुझे मारता है, कुछ पैसे चाहिए
* मुझे बच्चों की फीस भरनी है, कुछ पैसे चाहिए
* म्यूच्यूअल फंड से फायदा करवा दूंगी, पैसे दे दो

किस सहेली से कितने पैसे ठगे 👇

* नेहा गाडरू से 13 लाख
* अनामिका राय से 25 लाख
* प्रिया जायसवाल से 38 लाख
* हरजीत कौर से 27 लाख
* लवदीप कौर से 30 लाख
* प्रीति कालरा से 1 लाख
* कोपल श्रीवास्तव से 15 लाख
* पिंकी से 5 लाख
* सारिका जायसवाल से 5 लाख
* हरप्रीत से 1.5 लाख रुपये

Continue Reading

Trending