Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

उप्र: स्नातक व शिक्षक एमएलसी की मतगणना शुरु, 63 प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला

Published

on

Counting of votes for five MLC seats

Loading

लखनऊ। उप्र में स्नातक व शिक्षक एमएलसी की 5 सीटों के आज सुबह आठ बजे से मतगणना शुरु हो गई है। विधान परिषद में शिक्षक व स्नातक कोटे की पांच सीटों के लिए 30 जनवरी सोमवार को 39 जिलों में मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 56.53 प्रतिशत मतदान हुआ था। इलाहाबाद-झांसी खंड शिक्षक सीट पर सर्वाधिक 75.86 प्रतिशत वोट पड़े थे। कानपुर खंड स्नातक सीट पर सबसे कम 40.93 प्रतिशत मतदान हुआ था।

इसके साथ ही कुल 63 प्रत्याशियों की किस्मत बैलेट बाक्स में बंद हो गई थी। जो आज खुल गई है। गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक, कानपुर खंड स्नातक, बरेली-मुरादाबाद खंड स्नातक, इलाहाबाद-झांसी खंड शिक्षक व कानपुर खंड शिक्षक सीट पर आज परिणाम आएंगे।

गोरखपुर विश्वविद्यालय में गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक निर्वाचन की मतगणना आज (गुरुवार) से शुरू होगी। इसको लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाने के साथ ही राहगीरों को असुविधा से बचाने के लिए पुलिस ने रूट डायवर्जन जारी किया है। गुरुवार सुबह छह बजे से चार फरवरी शाम/मतगणना समाप्त होने तक परिवर्तित मार्ग से आवागमन होगा।

विश्वविद्यालय की तरफ केवल मतगणना ड्यूटी में लगे लोगों के वाहन ही जाएंगे। विश्वविद्यालय कर्मचारियों व प्राध्यापकों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। एसपी यातायात डा. एमपी सिंह ने बताया कि रूट डायवर्जन का सख्ती से पालन कराया जाएगा।

कानपुर में आइटीआइ पांडु नगर में स्नातक व शिक्षक एमएलसी के मतों की गणना गुरुवार की सुबह आठ बजे से शुरु हो गई है। शिक्षक एमएलसी के लिए परिणाम आने में समय अधिक लगने की संभावना है ऐसे में मतगणना के लिए शिफ्टवार कर्मचारी लगाए गए हैं जो मतगणना का कार्य निरंतर जारी रखेंगे। आइटीआइ में स्नातक व शिक्षक एमएलसी दोनों पदो के मतों की गणना के लिए 14-14 टेबल बनाई गई हैं।

इसके साथ ही एक टेबल अतिरिक्त होगी जिसमें आब्जर्वर रहेंगे। एक टेबल पर चार कर्मचारी होंगे जो मतों की गणना करेंगे। इसमें एक सुपरवाइजर दो सहायक और एक माइक्रो आब्जर्वर होगा। एक हेल्पर भी दिया जाएगा जो बाक्स रखने उठाने का कार्य करेगा।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि चुनाव परिणाम आने तक मतगणना जारी रखी जाएगी। यदि एक दिन से अधिक समय लगता है तो इसकी तैयारी की जा चुकी है। मतगणना में रुकावट न आए इसके लिए शिफ्टवार कर्मचारियों को लगाया गया है।

आज खुलेगा मतपेटियों में बंद इन प्रत्याशियों का भाग्य

कानपुर खंड स्नातक सीट पर 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें वर्तमान एमएलसी अरूण पाठक (भाजपा), कमलेश यादव (सपा), कमलेश कुमार यादव (निर्दलीय), जया सचान (निर्दलीय), नेहा सिंह (निर्दलीय), प्रवीण कुमार श्रीवास्तव (निर्दलीय), मो. मसरूफ (निर्दलीय), महेश कुमार विश्वकर्मा (निर्दलीय), राजेश कुमार अहेरवार (निर्दलीय), संतोष कुमार तिवारी (निर्दलीय) का भाग्य मतपेटियों में बंद है।

शिक्षक सीट पर नौ उम्मीदवार हैं। इनमें वर्तमान एमएलसी राज बहादुर सिंह चंदेल (निर्दलीय) चुनाव लड़ रहे हैं। वेणु रंजन भदौरिया (भाजपा), प्रियंका यादव (सपा), संजय कुमार मिश्र “गुरू जी” (कांग्रेस), ओम प्रकाश (निर्दलीय), भुवनेश भूषण (निर्दलीय), विनोद कुमार (निर्दलीय), हरिश्चन्द्र दीक्षित (निर्दलीय), हेमराज सिंह गौर (निर्दलीय) चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले शिक्षक एमएलसी चुनाव में हेमराज दूसरे स्थान पर रहे थे।

यूपी के इन 39 जिलों में हुआ था मतदान

कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदांयू, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, संभल, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी, ललितपुर, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, आजमगढ़, मऊ, सुल्तानपुर, अयोध्या, अमेठी तथा अंबेडकरनगर में मतदान होगा।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

Published

on

Loading

कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

Continue Reading

Trending