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प्रादेशिक

डीजी शक्ति पोर्टल पर 27 लाख छात्रों के डेटा अपलोड, छात्रों को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए नहीं करना होगा पंजीकरण

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ युवाओं को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने के लिए जल्द बड़ी सौगात देने वाले हैं। उम्मीद है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह से निशुल्क स्मार्टफोन और टैबलेट का वितरण शुरु हो जाएगा। इसके लिए डीजी शक्ति नाम से पोर्टल बनाया गया है, जिसे जल्द ही सीएम योगी लांच करेंगे।

इसी पोर्टल के माध्यम से स्मार्टफोन और टैबलेट का वितरण और छात्रों को भविष्य में पढ़ाई के लिए कंटेंट दिया जाएगा। इसके अलावा स्मार्टफोन और टैबलेट के बारे में समय-समय पर छात्रों को उनके मोबाइल नंबर और मेल आईडी पर सूचना दी जाएगी।

सरकार की ओर से छात्रों को फ्री स्मार्टफोन और टैबलेट देने के लिए राहत दी गई है और उन्हें कहीं भी पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है। पंजीकरण से लेकर स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण तक पूरी व्यवस्था निशुल्क है। छात्रों का डेटा कॉलेजों की ओर से यूनिवर्सिटी को दिया जा रहा है और यूनिवर्सिटी के माध्यम से ही छात्रों के डेटा फीडिंग हो रही है। सोमवार तक करीब 27 लाख छात्रों का डेटा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। शेष अन्य छात्रों के डेटा फीडिंग की भी प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

दिसंबर के पहले हफ्ते तक जारी होगा वर्क आर्डर

सरकार की ओर से स्मार्टफोन और टैबलेट की खरीद के लिए जेम पोर्टल पर अब तक का सबसे बड़ा टेंडर जारी किया गया है। 47 सौ करोड़ की लागत से खरीदे जाने वाले स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए कई नामी कंपनियों ने टेंडर किया है। इसमें टैबलेट के लिए विशटल (आईरिस), सैमसंग (विजन) और एसर (सेलकॉन), स्मार्टफोन के लिए लावा, सैमसंग (सेलकॉन) और सैमसंग (यूनाइटेड) ने टेंडर दाखिल किया है। तकनीकी जांच के बाद योग्य फर्मों की वित्तीय निविदा खोली जाएगी। उम्मीद है कि दिसंबर के पहले हफ्ते तक वर्क आर्डर जारी होगा।

पहले लॉट में ढाई लाख टैबलेट और पांच लाख स्मार्टफोन की करनी होगी आपूर्ति
टेंडर में चयनित कंपनियों को पहले लॉट में कम से कम ढाई लाख टैबलेट की आपूर्ति करनी होगी। हालांकि स्मार्टफोन के लिए चयनित कंपनियों को पहले लॉट में कम से कम पांच लाख स्मार्टफोन की आपूर्ति करनी होगी।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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