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प्रादेशिक

गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं में यूपी नंबर वन, 15 करोड़ लोगों को मिल रहा डबल राशन

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लखनऊ। बेरोजगारी, महिला अपराध, गुंडाराज, बिजली पानी की किल्‍लत, अव्‍यवस्‍थाओं से घिरे अस्‍पताल… साल 2017 से पहले की ये तस्‍वीर उत्‍तर प्रदेश की थी। 24 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश की कमान जब मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने संभाली तो प्रदेश में स्‍वर्णिम योजनाओं के सूर्य से प्रदेश में चारों ओर खुशहाली व आशा की किरण बिखरी है। गरीबों के साथ खड़ी प्रदेश सरकार ने मुफ्त राशन, आवासों का निर्माण, निशुल्‍क गैस कनेक्‍शन, शौचालयों का निर्माण समेत महिलाओं व बेटियों के हित में कई योजनाओं की शुरूआत कर उनको आत्‍मनिर्भर बनाने का काम क‍िया है।

प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त डबल राशन दिया जा रहा है। पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रतिमाह 10 किलो गेहूं, चावल, अंत्योदय कार्डधारकों को प्रतिमाह 35 किलो गेहूं, चावल व 01 किलो चीनी के साथ ही 01 किलो दाल, 01 लीटर खाद्य तेल, 1 किलो नमक प्रतिमाह दिया जा रहा है। प्रदेश के जरूरतमंद लोगों के घर के सपने को साकार करते हुए सीएम योगी ने पीएम की विशेष योजना प्रधानमंत्री आवास योजना पर काम करते हुए 42 लाख से अधिक आवासों का निर्माण किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार की योजनाओं में महिलाओं को प्राथमिकता

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ प्रदेश की महिलाओं व बेटियों के उत्‍थान के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार ग्रामीण व शहरी परिवेश से जुड़ी हुई महिलाओं और बेटियों को एक ओर आत्‍मनिर्भर बना रही है तो वहीं उनको सीधे तौर पर आर्थिक सहायता भी मुहैय्या करा रही है। मिशन शक्ति अभियान, कन्‍या सुमंगला योजना, बीसी सखी, बिजली सखी, मुख्‍यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, स्‍वयं सहायता समूह, उज्‍ज्वला योजना समेत दूसरी कई कल्‍याणकारी योजनाओं से महिलाओं व बेटियों को सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है। उज्‍ज्वला योजना के तहत अब तक 1.67 करोड़ परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन, 10.01 लाख बेटियों को मुख्‍यमंत्री कन्‍या सुमंगला योजना, 1.52 लाख कन्‍याओं का विवाह मुख्‍यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत किया जा चुका है। इसके साथ ही निराश्रित महिला पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन की राशि को 500 से बढ़ाकर प्रतिमाह 1000 रुपए करने से पात्र लोगों को संबल मिला है।

रोशन हो उठे घर, सीधे मिल रहा योजनाओं का लाभ
प्रदेश के पहले के हालातों व अब में फर्क साफ है। साल 2017 के पहले जहां यूपी के अधिकांश जिले अंधेरे में डूबे रहते थे उन जिलों में आज सीएम के प्रयासों से 24 घंटे बिजली की सप्‍लाई हो रही है। 1.41 करोड़ घरों तक बिजली आज पहुंच चुकी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना में 6 करोड़ से अधिक लोगों को 5 लाख का मुफ्त बीमा कवर, असंगठित क्षेत्र के 2.5 करोड़ श्रमिकों व 60 लाख पंजीकृत श्रमिकों सहित 3.10 करोड़ श्रमिकों को 500 रुपए प्रतिमाह पेंशन का लाभ मिल रहा है। प्रदेश सरकार ने कुष्ठावस्था पेंशन की राशि 2500 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 3000 रुपए प्रतिमाह की गई है। प्रदेश सरकार की स्‍वर्णिम योजनाओं से प्रदेशवासियों को इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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