उत्तर प्रदेश
उप्र: ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह ने तैयार किए 15 लाख से ज्यादा झण्डे
लखनऊ। हर घर तिरंगा कार्यक्रम के मद्देनजर प्रदेश में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी झंडा तैयार करने व वितरित किए जाने की जिम्मेदारी दी गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह स्वयं सहायता समूहों को झंडा बनाने व वितरण के लिए जो टारगेट दिया गया है, उसे पूरी तत्परता के साथ पूरा कराने के प्रयास किए जाएं।
इससे हर घर तिरंगा कार्यक्रम पूरी तरह सफल और सार्थक होगा, पूरी गरिमा और गौरव के साथ तो मनाया ही जाएगा, साथ ही स्वयं सहायता समूहों की आमदनी झंडा निर्माण से भी बढ़ेगी और उनके आत्मनिर्भर व स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त होगा।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक सी. इन्दुमती ने बताया कि झंडा बनाने के लिए प्रदेश में 2325 स्वयं सहायता समूहों की 14421 महिलाएं काम कर रही हैं और अब तक 15 लाख से ऊपर झण्डो का निर्माण किया जा चुका है।
सरकारी सेक्टर में अब तक 2.47 लाख और प्राइवेट सेक्टर में 3.86 लाख झण्डो का वितरण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा चुका है। इस प्रकार से अब तक रू 99 लाख से अधिक की धनराशि के झण्डे वितरित किए जा चुके हैं। झण्डा बनाने और वितरण करने का कार्य अनवरत रूप से चल रहा है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रीय गौरव के इस कार्यक्रम में लोगों से बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की है, ताकि हर घर तिरंगा कार्यक्रम के माध्यम से देश के अमर वीर शहीदों के त्याग, बलिदान, साहस और शौर्य की प्रेरक स्मृतियां तो ताजा होंगी ही, साथ ही भावी पीढ़ी को प्रेरणादायक संदेश भी मिलेगा। उपमुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सराहना भी की है।
उत्तर प्रदेश
शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज
गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।
शुरू में उन्हें करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।
बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्पेक्टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्पेक्टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
स्वस्थ रखने का अच्छा व आसान उपाय है टहलना, कई बीमारियों से करेगा बचाव
-
प्रादेशिक3 days ago
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर फैजान अंसारी ने सैफ को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर को दी 11 हजार रु की आर्थिक सहायता
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, सदमे में परिवार
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण आज, मुकेश और नीता अंबानी भी होंगे शामिल
-
नेशनल2 days ago
केजरीवाल की हालत खराब, उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है: बीजेपी
-
नेशनल2 days ago
बीजेपी अगर सत्ता में आई तो ये झुग्गी वालों और गरीब तबके के लोगों को राक्षसों की तरह निगल जाएगी: केजरीवाल
-
नेशनल3 days ago
कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप-हत्या मामला: संजय राय को उम्रकैद की सजा, 50 हजार का जुर्माना भी लगा
-
खेल-कूद3 days ago
ऋषभ पंत बने लखनऊ सुपरजाएंट्स के कप्तान, संजीव गोयनका ने किया एलान