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उत्तर प्रदेश

उप्र: खुदाई के दौरान निकला खजाना, एसडीएम ने थाने के मालखाने में जमा कराया

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झांसी (उप्र)। उप्र के झांसी में मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में खुदाई के दौरान खजाना निकलने की खबर है, खबर सुनकर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और कुछ लोग खजाने में निकले सिक्कों को लेकर भाग गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लूट मार से बचने के लिए लाठी चार्ज किया।

प्राप्त समाचार के अनुसार मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के लुहरगांव के पास सुखनई नदी के किनारे पानी की पाइप लाइन डालने की लेकर जेसीबी मशीन से खुदाई चल रही थी, तभी खजाना निकल आया।

खजाने में निकले सिक्कों को लेकर कुछ लोग भाग खड़े हुए,  जिसके बाद हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। खजाना निकलने की सूचना पाकर रानीपुर चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और खजाने की लूट मार न हो इसलिए भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया।

जमीन की खुदाई से निकले चांदी के सिक्के के साथ चार लोगों को पुलिस थाने ले आई। एसडीएम ने बताया कि सन 1901 के 70 से 80 चांदी के सिक्के निकले हैं।

दरअसल, कस्बा रानीपुर में हर घर नल से जल योजना के तहत लुहरगांव के पास से निकली सुखनई नदी में जेसीबी से जमीन की खुदाई काम चल रहा था। इसी दौरान खजाना निकलने की सूचना आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ जुट गई।

सूचना मिलने पर रानीपुर चौकी की पुलिस व थाना पुलिस के साथ उपजिलाधिकारी मृत्युंजय मिश्रा और सीओ अरुण कुमार चौरसिया मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने जहां खुदाई हो रही थी वहां का जायजा लिया, खुदाई में निकले सिक्कों को कब्जे में लेकर थाने के मालखाने में रखवा दिया गया।

स्थानीय नागरिक जयप्रकाश ने बताया कि गांव में पानी की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई हो रही थी तभी खजाना निकला इसमें एक तसला भरकर चांदी के सिक्के निकले थे उन्हें पुलिस लेकर चली गई और भीड़ लगने के बाद उस गड्ढे को मिट्टी से ढक दिया गया।

उप जिलाधिकारी मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि हर घर नल से जल योजना के तहत पानी की पाइप लाइन डाली जा रही थी। खुदाई के दौरान सन 1901 के आसपास के एक रुपये के 70 से 80 सिक्के जमीन से निकले हैं।

जिसमें कुछ छोटे और कुछ बड़े सिक्के हैं। कुछ लोग बोल रहे हैं कि चांदी के सिक्के हैं या अन्य धातु के हैं इसकी जांच कराई जा रही है। जो लोग सिक्के लेकर भागे थे, उनको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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